एनआईआई ब्यूरो
गोरखपुर। नैक मूल्यांकन से किसी संस्थान को ही लाभ नहीं मिलता। बल्कि, उसके शिक्षक और सर्वाधिक विद्यार्थी लाभान्वित होते हैं। आप के सम्मलित सहयोग से ही नैक मूल्यांकन में अच्छी ग्रेड हासिल की जा सकती है। अपनी मातृसंस्था को अच्छे नंबर दिलाने में सहयोग करें। इससे उच्च शिक्षा की गुणवत्ता को बढ़ाने में मदद मिलेगी। विश्वविद्यालय के बारे में सकारात्मक फीडबैक दें। आप की समस्याओं को दूर करने की हर संभव कोशिश की जाएगी। ये बातें कुलपति प्रो. राजेश सिंह ने शनिवार को संवाद भवन में विज्ञान और शिक्षा संकाय के स्नातक, परास्नातक और पीएचडी के विद्यार्थियों के साथ आयोजित संवाद में कही। उन्होंने कहा कि विज्ञान में हमने धीमी शुरूआत की है। अंग्रेजों ने अपने शासनकाल में विज्ञान की पढ़ाई को बढ़ावा देने के लिए कोई कार्य नहीं किया।
आजादी के बाद हमने इस दिशा में काम किया। आज हम विज्ञान के क्षेत्र में तेजी से आगे बढ़ रहे हैं। विश्वविद्यालय ने गत वर्ष क्यूएस वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग में देश में 96वीं रैंक हासिल की है। नैक में भी अच्छी ग्रेड के लिए सातों क्राइटेरिया के कोआर्डिनेटर दिन रात मेहनत कर रहे हैं। अब वो खुद भी विश्वविद्यालय को ए प्लस से आगे ले जाने का दवा करते हैं। छात्रों की ईमेल आईडी नैक को दी जाएगी। उसके बाद उनके द्वारा 10-15 फीसदी छात्रों से फीड बैक लिया जाता है। अपने संस्थान को पहचान दिलाने में मदद करें।अधिष्ठाता छात्र कल्याण प्रो. अजय सिंह ने कहा कि कुलपति ने जो अपेक्षाएं की उसे पूरा करने का छात्र संकल्प लें। ग्रेड अच्छी मिलेगी तो सभी लाभान्वित होंगे। अधिष्ठाता शिक्षा संकाय ने अतिथियों का स्वागत किया। कार्यक्रम में संकायाध्यक्ष, विभागाध्यक्षों के साथ शिक्षकगण आदि मौजूद रहे।