एनआईआई ब्यूरो
गोरखपुर। राष्ट्र प्रेम की भावना, संकल्पबद्ध सामूहिक चेतना एवंम् उदात्त भाव के प्रेरणा से ओत-प्रोत होकर हम सभी युवा एक ऐसे भारत का निर्माण कर सकते है, जो सम्पूर्ण विश्व को अध्यात्मिक, सांस्कृतिक सुसभ्य एवं मानवीय नेतृत्व प्रदान करे, यह विचार राम गुलाम राय शिक्षण प्रशिक्षण महाविद्यालय गोरखपुर में रोवर्स एण्ड रेंजर्स के पांच दिवसीय जी.आई. प्रशिक्षण शिविर के उद्घाटन सत्र के अवसर पर मुख्य अतिथि के रुप में उपस्थित रवीन्द्र मेहरा, उप मुख्य अभियंता, पूर्वोत्तर रेलवे, गोरखपुर एवं पूर्वोत्तर रेलवे मुख्य आयुक्त प्रशिक्षण स्काउट ने व्यक्त किया।
उन्होंने कहा कि रोवर्स एण्ड रेंजर्स जैसी संस्थाएं एवमं उससे जुड़े प्रशिक्षुओं को लौकिक, अध्यात्मिक जगत ज्ञान के साथ साथ आत्मज्ञान के पथ पर अग्रसर होने का मार्ग प्रशस्त करती है। जिसका केन्द्र बिन्दु सेवा मात्र है। यह संस्थाएं संकल्पबद्ध, सामूहिक चेतना के भावों तले राष्ट्र निर्माण के आधार स्तम्भों को निर्मित करती हैं। कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रुप में उपस्थित अशोक महर्षि भोजपुरी सिनेमा, टीवी एवं रंगमंच के विख्यात कलाकार ने स्काउट के माध्यम से व्यक्तित्व निर्माण के प्रमुख तत्वों के विकास को रेखांकित करते हुए कहा कि जीवन का कोई भी क्षेत्र हो सेवा धर्म सर्वत्र प्रभावी एवं सराहनीय रहा है।
उन्होंने कहा अपने वाक्य् अनभव क्षमता का प्रदर्शन करते हुए उपस्थित रोवर एण्ड रेजर्स को गुदगुदाया एवं सृजनशीलता के लिए समर्पण को जीवन में अपनाने के लिए युवक एवं युवतियों का आह्वान किया। उद्घाटन सत्र की अध्यक्षता करते हुए महाविद्यालय के प्रबन्धक प्रभात कुमार राय ने स्काउट गाइड के इतिहास को उद्धत करते हुए कहा कि लार्ड वेडेन पावेल ने भारतीय सभ्यता व संस्कृति से ही अभिप्रेरित हो विदेशी भूमि पर इस संस्था का शुभारंभ किया, जिससे वर्तमान में करोड़ों की संख्या में लोग जुड़े है, जो इस संस्था के उद्देश्य को चरितार्थ करते हुए जनमानस के जीवन से अंधकार और अज्ञान को दूर कर प्रकाश और ज्ञान के पथ अपनाने में सदा से विशिष्ट भूमिका निभा रहा है।
उन्होंने कहा कि प्राकृतिक आपदाओं के दौरान रोवर एण्ड रेंजर्स की भूमिका एक ऐसे संस्था के रुप में होती है जो त्रासदी से निपटने में अपने महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन करता है। पांच दिवसीय परिचयात्मक प्रशिक्षण शिविर के मुख्य प्रशिक्षक अजय सिंह, जिला प्रशिक्षण आयुक्त-स्काउट, गोरखपुर ने संस्था के इतिहास, विकास एवं अवदान पर विस्तृत चर्चा की। इसी क्रम में ओम प्रकाश उपाध्याय, पूर्व जिला प्रशिक्षण आयुक्त, गोरखपुर व श्रीमती किरन, पूर्व जिला प्रशिक्षण आयुक्त गाइड, गोरखपुर ने अपने विचार व्यक्त किये। उद्घाटन सत्र का प्रारंभ मां सरस्वती, स्व. राम गुलाम राय एवं भारत माता के चित्र पर आगत अतिथियों द्वारा माल्यार्पण एवं दीप प्रज्ज्वलन से हुआ।
आगत अतिथियों को प्राचार्य द्वारा स्मृति चिन्ह प्रदान कर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर प्राध्यापिका डाॅ0 प्रियंका राय, रेनू सिंह, मंजूला राय, कीर्ति दूबे तथा प्राध्यापक धर्मेन्द्र कुमार, अतुल पाल एवं पीयूष राय इत्यादि की गरिमामयी उपस्थिति रही। कार्यक्रम के अन्त में महाविद्यालय के प्राचार्य डाॅ0 विनय कुमार मिश्र ने सभी आगत अतिथियों के प्रति आभार व्यक्त किया साथ ही प्रशिक्षुओं को प्रशिक्षण के गुण-धर्म के आधार पर उज्ज्वल भविष्य निर्माण की अभिप्रेरणा दी। उक्त कार्यक्रम का संचालन संजय कुमार गुप्त ने किया।