एनआईआई ब्यूरो
गोरखपुर। दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय में पिछले वर्ष 25 विभागों में लगभग 125 शिक्षकों के रिक्त पदों को भरने के लिए विज्ञापित किया गया था। प्रथम चरण में इन पदों को पूरित करने के लिए राजभवन के दिशा निर्देशों को ध्यान में रखते हुए टेस्ट, स्क्रीनिंग व साक्षात्कार करा कर 10 विभागों में अध्यादेश के अनुसार प्रक्रिया पूरी की गई। इसके साथ ही पांच विभागों में पर्सनल प्रमोशन की भी प्रक्रिया पूरी की गई। आज कार्य परिषद् की बैठक में लिफाफा खोलते हुए सभी चयनित अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र जारी कर दिए गए है। दो विभागों के लिए साक्षात्कार नही कराए गए। मैनजमेंट में योग्य अभ्यर्थी नहीं मिले तथा बायोटेक्नोलॉजी का साक्षात्कार आने वाले दिनों में कराया जाएगा। आज वनस्पति विज्ञान विभाग में 01 प्रोफेसर (सामान्य), 01 एसोसिएट प्रोफेसर (ओबीसी), 01 असिस्टेंट प्रोफेसर (एससी) तथा तीन पदों पर चयन समिति को कोई भी योग्य अभ्यर्थी नही मिला। अर्थशास्त्र में 01 एसोसिएट प्रोफेसर, 01 असिस्टेंट प्रोफेसर ( एससी) तथा तथा 4 पदों पर चयन समिति को कोई भी योग्य अभ्यर्थी नही मिला।
वाणिज्य में 01 असिस्टेंट प्रोफेसर का चयन हुआ है तथा तीन पदों पर चयन समिति को कोई भी योग्य अभ्यर्थी नही मिला। रसायन विज्ञान में सात पदों के सापेक्ष एक प्रोफेसर तथा तीन असिस्टेंट प्रोफेसर का चयन हुआ एवं तीन पदों पर चयन समिति को कोई भी योग्य अभ्यर्थी नही मिला। प्राणी विज्ञान विभाग में 08 पदों में 01 एसोसिएट प्रोफेसर (एससी), 02 असिस्टेंट प्रोफेसर (सामान्य), 01 असिस्टेंट प्रोफेसर (एससी), 01 असिस्टेंट प्रोफेसर (ओबीसी), 01 असिस्टेंट प्रोफेसर (ईडब्ल्यूएस) का चयन हुआ है तथा दो पदों पर चयन समिति को कोई भी योग्य अभ्यर्थी नही मिला। कंप्यूटर साइन्स, इलेक्ट्रॉनिक्स तथा राजनीति विज्ञान विभाग में चयन समिति को कोई योग्य अभ्यर्थी नहीं मिला। कार्यपरिषद ने ने सर्वसम्मति से निर्णय लिया है कि जिन पदों पर योग्य अभ्यर्थी नहीं मिले उन्हें जल्द ही विज्ञापित किया जाएगा।
पदोन्नत किये गए शिक्षक
करियर एडवांसमेंट स्कीम के तहत प्राणि विज्ञान विभाग के डॉ. केशव सिंह को एसोसिएट प्रोफेसर से प्रोफेसर तथा डॉ. एस. के. तिवारी को असिस्टेंट से एसोसिएट प्रोफेसर, राजनीति विज्ञान विभाग की डॉ निशा जायसवाल को एसोसिएट प्रोफेसर से प्रोफेसर, प्राचीन इतिहास विभाग के डॉ रामप्यारे मिश्र को असिस्टेंट प्रोफेसर से एसोसिएट प्रोफेसर, वाणिज्य विभाग के डॉ मनीष श्रीवास्तव को एसोसिएट प्रोफेसर से प्रोफेसर, रसायन शास्त्र विभाग के चार शिक्षकों डॉ सोमशंकर दुबे, डॉ निखिल कांत शुक्ला, डॉ नेत्रपाल, डॉ अखिलेश श्रीवास्तव को एसोसिएट प्रोफेसर से प्रोफेसर पदोन्नत किए गए। द्वितीय चरण में बाकी बचे 16 विभागों में रिक्त पदों के लिए नियुक्ति प्रक्रिया चार-पांच सप्ताह में पूरी कर ली जाएगी।
कार्य परिषद के अन्य महत्वपूर्ण निर्णय
कार्यसमिति में लिए गए अन्य महत्वपूर्ण निर्णय में से नई शिक्षा नीति के अंतर्गत विश्वविद्यालय के अधिनियम तथा परिनियम में होने वाले परिवर्तन पर सुझाव देने के लिए कार्य परिषद के सदस्य प्रोफेसर राम अचल सिंह की अध्यक्षता में एक समिति गठित करने पर सहमति बनी। इसके साथ ही पूर्वांचल इनक्यूबेशन सेंटर में चीफ एग्जीक्यूटिव ऑफिसर, मैनेजर तथा एपीआरओ की नियुक्ति के बारे में भी कार्य परिषद को जानकारी दी गई। सेल्फ फाइनेंस मोड में चल रहे इंस्टिट्यूट ऑफ़ एग्रीकल्चर नेचुरल साइंस के डायरेक्टर तथा इंस्टिट्यूट ऑफ़ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी के डायरेक्टर की नियुक्ति के साथ-साथ तमाम सेल्फ फाइनेंस इन पाठ्यक्रमों के अंतर्गत 50 नए एडहॉक, टेंपरेरी और गेस्ट फैकेल्टी शिक्षकों की नियुक्ति के बारे में भी कार्य परिषद को जानकारी दी गई।
कार्य परिषद द्वारा वित्त समिति के द्वारा लिए गए निर्णयों तथा विद्या परिषद के द्वारा लिए गए निर्णय को भी अनुमोदित किया गया। कार्यपरिषद ने 13 नए संकायों के गठन तथा विश्वविद्यालय द्वारा तैयार की गई 19 नई पॉलिसीज को भी सर्वसम्मति से अनुमोदित किया। लगभग 4 घंटे तक चली इस महत्वपूर्ण बैठक की अध्यक्षता दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर राजेश सिंह ने की तथा इसमें कार्य परिषद के सदस्य प्रोफेसर राम अचल सिंह, डॉक्टर प्रदीप राव, श्री अनिल सिंह, बलिया विश्वविद्यालय की कुलपति प्रोफेसर कल्पलता पांडेय, श्री वशिष्ठ नारायण त्रिपाठी तथा अन्य सदस्यों ने सहभागिता की।