एनआईआई ब्यूरो
गोरखपुर। नैक मूल्यांकन की तैयारियों की समीक्षा के क्रम में आज कुलपति प्रोफेसर राजेश सिंह ने वाणिज्य विभाग का निरीक्षण किया।
कुलपति ने शिक्षण संकाय में सुधार के लिए विभाग के नियमित शिक्षकों के अलावा कॉर्पोरेट जगत से अतिथि के व्याख्यान आयोजित करने पर जोर दिया। उन्होंने जेआरएफ/एसआरएफ/रिसर्च स्कॉलर्स को टीचिंग असिस्टेंट के रूप में काम करने के लिए पूर्व अनुमति लेने की बात कही।
कुलपति ने विभाग के प्रवेश पर शिक्षकों, पूर्व छात्रों के विवरण और विभागीय इतिहास के नामों से युक्त साइन बोर्डों के उचित प्रदर्शन की बात कही। उन्होंने गैलरी, प्रसाधन, वाटर रूम, कक्षा के फर्श, पुस्तकालय खिड़कियां, सेमिनार हॉल, हेड और डीन के कक्षों की सफाई और साज-सज्जा/एम्बेडिंग पर यथाशीघ्र अधिक ध्यान देने की आवश्यकता है। उन्होंने संपत्ति अधिकारी को निष्प्रयोज्य सामग्री के शीघ्र निस्तारण के निर्देश दिए।
इस मौके पर कुलपति ने कक्षाओं में छात्रों की कम उपस्थिति पर गंभीर असंतोष व्यक्त किया और परीक्षा नियंत्रक सहित सभी अधिकारियों को इसे गंभीरता से लेने का निर्देश दिया। विद्यार्थियों से अपनी समस्याओं को सीधे कुलपति को ईमेल के जरिये सूचित करने को कहा। संकाय भवन के पोर्टिको में उपलब्ध स्थान में शिक्षकों के लिए केबिन बनाने के प्रस्ताव को जल्द से जल्द भेजने का निर्देश भी दिया। बी कॉम (बैंकिंग और बीमा) के स्व-वित्तपोषण पाठ्यक्रम के संबंध में कंप्यूटर प्रैक्टिकल कंप्यूटर फिलहाल भवन में चलायी जायें।
और कंप्यूटर लैब के लिए कंप्यूटर और अन्य कार्यालय सहायता आवश्यकताओं की खरीद को समन्वयक द्वारा जेम्स पोर्टल से किया जाना चाहिए। इस अवसर पर प्रमुख वाणिज्य विभाग प्रो आनंद सेनगुप्ता तथा विभाग के समस्त शिक्षकों के साथ साथ प्रो गोपाल प्रसाद, प्रो अजय सिंह, प्रो राम आसरे सिंह, कुलसचिव विशेश्वर प्रसाद, वित्त अधिकारी संत प्रकाश सिंह, लेखा अधिकारी डीसी लाल आदि मौजूद रहे।