एनआईआई ब्यूरो
गोरखपुर। दीनद याल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय, गोरखपुर के रसायन विज्ञान विभाग में असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. एकता सोनकर को विज्ञान और इंजीनियरिंग अनुसंधान बोर्ड (डीएसटी-एसईआरबी), नई दिल्ली ने उनके “संश्लेषण, सैद्धांतिक परिप्रेक्ष्य और पेरिलीन आधारित कंडक्टिंग पॉलिमर के अनुप्रयोग: डाई सेंसिटाइज़्ड सोलर सेल के लिए कुशल ऑर्गेनिक सेंसिटाइज़र” शोध-क्षेत्र पर मेजर रिसर्च-ग्रांट की अनुमति दी है। भारत सरकार ने संसद के अधिनियम-विज्ञान और इंजीनियरिंग अनुसंधान बोर्ड अधिनियम, 2008 के माध्यम से एसईआरबी (SERB) की स्थापना की है जिसका उद्देश्य विज्ञान और इंजीनियरिंग के उभरते क्षेत्रों में भारतीय शिक्षा व शोध संस्थानों के फंडामेंटल रिसर्च (बुनियादी अनुसंधान) को बढ़ावा देना है।
विज्ञान और इंजीनियरिंग अनुसंधान बोर्ड, नई दिल्ली द्वारा प्रदत्त रिसर्च-ग्रांट के अंतर्गत डॉ एकता सोनकर को तीन वर्षो के लिए डाई सेंसिटाइज़्ड सोलर सेल के लिए कुशल ऑर्गेनिक सेंसिटाइज़र विकसित करने की शोध सुविधा के अतिरिक्त, एक जूनियर रिसर्च फेलो (जेआरऍफ़) नियुक्ति की अध्येयावृत्ति व अन्य शोध-व्यय मद (कुल 36 लाख रु ) प्राप्त होगें / डॉ एकता सोनकर ने काशी हिंदू विश्वविद्यालय, वाराणसी से कंडक्टिंग पॉलीमर विषय पर शोध डिग्री प्राप्त की है। उपर्युक्त जानकारी देते हुए रसायन विज्ञान विभाग की विभागाध्यक्ष प्रो सुधा यादव ने हर्ष व्यक्त करते हुए, उक्त प्रोजेक्ट के लिए निर्धारित लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए शुभकामनाये प्रदान किया । विभाग की इस उपलब्धि पर विभागीय शिक्षकों प्रो. सौमित्र सेन गुप्ता, प्रो. ओम प्रकाश पांडेय, प्रो. उमेश नाथ त्रिपाठी, प्रो. अफ्शां सिद्दीकी आदि सभी ने हर्ष व्यक्त किया है ।