10-15 महाविद्यालय को अपनाये विश्वविद्यालय
एनआईआई ब्यूरो
लखनऊ। नैक मूल्यांकन में ए++ ग्रेड हासिल करने के बाद दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर राजेश सिंह ने आज माननीय कुलाधिपति एवं राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल जी से मुलाकात की। इस अवसर पर कुलाधिपति ने नैक मूल्यांकन के सातों कसौटियों पर बिंदुवार चर्चा की। विश्वविद्यालय में और क्या बेहतर करने की आवश्यकता है इस पर भी चर्चा की। इस अवसर पर कुलपति ने बताया कि विश्वविद्यालय को अपना इनक्यूबेशन सेंटर तथा कंसल्टेंसी क्षेत्र को और बेहतर करने की आवश्यकता है।
10-15 महाविद्यालय को अपनाये विश्विद्यालय
कुलाधिपति ने कुलपति से कहा कि विश्वविद्यालय 10 से 15 महाविद्यालयों को एडॉप्ट करें और उन्हें भी नैक मूल्यांकन में A ग्रेड दिलाने में मदद करें। उन्होंने इसके लिए एक विस्तृत प्लान बनाकर प्रस्तुत करने का निर्देश दिया। कुलपति को बताया कि 1 महीने तक विश्वविद्यालय नैक से संबंधित प्रोग्राम अपने विभागों में तथा महाविद्यालयों में आयोजित करेगा। कुलाधिपति ने कहा कि विश्वविद्यालय के एक्सपर्ट कॉलेज को सलाह दें और अगर जरूरत पड़े तो नैक से भी एक्सपर्ट उपलब्ध कराएं। राज्यपाल ने कहा कि नैक द्वारा सर्टिफिकेट प्राप्त करने के बाद पूरी टीम से मुलाकात करेंगी, और बिंदुवार क्राइटेरिया के अनुसार चर्चा करेंगी। मुलाकात के दौरान कुलपति ने कहा कि पुराने विश्वविद्यालय के पास बेसिक इंफ्रास्ट्रक्चर मौजूद है बस उन्हें निखारने की जरूरत है। विश्वविद्यालय यह कार्य किया। हमनें जीरो वेस्ट सेन्टर स्थापित किया। इंस्टिट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग में 10 तथा एग्रीकल्चर में 14 अत्याधुनिक प्रयोगशाला स्थापित की गयी। इसके साथ ही विज्ञान संकाय की उपलब्धियों ने भी बेहतर ग्रेड दिलाने में मददगार साबित हुआ। कुलपति ने कहा कि विश्वविद्यालय ने नए कोर्सेज बनाएं तथा पुराने फोर्सेस को सीबीसीएस पेटर्न में परिवर्तित किया है जिससे कुल 4000 नए कोर्सेज बनाए गए। इसके साथ ही स्किल बेस्ड और वैल्यू ऐडेड कोर्सेज भी बनाए गए और इन सबको नैक टीम के समक्ष बेहतरीन तरीके से प्रस्तुत किया गया है। विश्वविद्यालय ने अपने आपको एक मल्टीडिसीप्लिनरी यूनिवर्सिटी की तरह स्थापित किया है ।