ऊर्जा मंत्री ने 03 दिसम्बर के समझौते व अन्य मांगों के क्रियान्वयन तथा आन्दोलन के फलस्वरूप की गयी सभी दमनात्मक कार्यवाहियों को वापस लेने हेतु ऊर्जा निगमों के चेयरमैन को निर्देश जारी किये
एनआईआई ब्यूरो
लखनऊ। विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति, उप्र ने प्रदेश के ऊर्जा मंत्री श्री अरविन्द कुमार शर्मा से वार्ता के बाद आज 72 घण्टे की सांकेतिक हड़ताल समय के पूर्व वापस लेने की घोषणा की। ऊर्जा मंत्री ने विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति, उप्र के साथ विगत 03 दिसम्बर को हुए समझौते के क्रियान्वयन और अन्य मांगों के सार्थक समाधान हेतु शीघ्रातिशीघ्र कार्यवाही करने की घोषणा की है। साथ ही ऊर्जा मंत्री ने इस आन्दोलन के फलस्वरूप बिजली कर्मियों के विरूद्ध की गयी।
समस्त दमनात्मक कार्यवाहियों निलम्बन, निष्कासन, एफआईआर आदि वापस लेने हेतु ऊर्जा निगमों के चेयरमैन एम देवराज को निर्देश जारी कर दिये हैं। ऊर्जा मंत्री के सकारात्मक घोषणा के दृष्टिगत विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति, उप्र ने मा. मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ, मा. ऊर्जा मंत्री श्री अरविन्द कुमार शर्मा के प्रति आभार प्रकट करते हुए।
एवं मा. उच्च न्यायालय के प्रति सम्मान व्यक्त करते हुए हड़ताल वापस लेने का ऐलान किया। संघर्ष समिति ने बिजली कर्मियों से अपील की है कि वे जनता की तकलीफों को देखते हुए काम पर वापस लौटे और शीघ्रातिशीघ्र बिजली व्यवस्था सुचारू करने हेतु सभी कार्य करें। वार्ता में मा. ऊर्जा मंत्री के साथ ऊर्जा निगमों के चेयरमैन एम देवराज, प्रबन्ध निदेशक पंकज कुमार प्रबन्ध निदेशक, पी गुरू प्रसाद उपस्थित थे।
संघर्ष समिति के मुख्य पदाधिकारियों राजीव सिंह, जितेन्द्र सिंह गुर्जर, जय प्रकाश, जी.वी. पटेल, गिरीश पाण्डेय, सदरूद्दीन राना, राजेन्द्र घिल्डियाल, सुहेल आबिद, महेन्द्र राय, चन्द्रभूषण उपाध्याय, शशिकान्त श्रीवास्तव, मनीष मिश्र, पी के दीक्षित, मो. वसीम, छोटेलाल दीक्षित, योगेन्द्र कुमार, राम चरण सिंह, पवन श्रीवास्तव, माया शंकर तिवारी, विशम्भर सिंह, राम सहारे वर्मा, शम्भू रत्न दीक्षित, पी.एस. बाजपेई, जी.पी. सिंह, रफीक अहमद, मो. इलियास, आर.के. सिंह, देवेन्द्र पाण्डेय ने सभा को सम्बोधित किया।