शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास की कार्यशाला में लिया संकल्प
एनआईआई ब्यूरो
गोरखपुर। रविवार को कुसम्ही जंगल गोरखपुर स्थित नवल्स पी जी कालेज में शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास, *गोरक्षप्रान्त की प्रान्तीय कार्यशाला एवं संगोष्ठी का आयोजन किया गया। तीन सत्रों में आयोजित कार्यशाला का प्रथम सत्र सांगठनिक परिचय का रहा। जिसमें मुख्य वक्ता के रूप में न्यास के राष्ट्रीय संयोजक पर्यावरण शिक्षा व प्रभारी पूर्वी उत्तर प्रदेश संजय स्वामी ने संगठन का परिचय देते हुए कहा कि न्यास विगत १९ वर्षों से शिक्षा व संस्कृति में सुधार के लिए पूरे देश के अन्दर कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि न्यास दस विषयों, तीन आयामों, तीन कार्यविभागों तथा दो कार्यविभागों पर वर्तमान में कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि हमें संगठन से जुड़कर अपने जीवन में सीखने व देश के लिए कुछ श्रेष्ठ देने का प्रयास करना चाहिए। मुख्य अतिथि मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय गोरखपुर के आचार्य प्रो॰ गोविन्द पाण्डेय ने न्यास की गतिविधियों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि शिक्षा में अपेक्षित परिवर्तन के लिए राष्ट्रीय शिक्षा नीति का सफल क्रियान्वयन कराना न्यास का उद्देश्य है। मदन मोहन मालवीय पी जी कालेज , भाटपार रानी देवरिया के प्रो सुधीर शुक्ल मे कहा कि न्यास की स्थापना हीं शिक्षा में सुधार के लिए हुई है।
न्यास के प्रान्तीय संरक्षक डॉ॰ मयंकेश्वर नाथ पाण्डेय ने अध्यक्षीय उद्बोधन में कहा कि शिक्षा में समानता लाना न्यास की प्राथमिकता है।
द्वितीय सत्र में राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 का क्रियान्वयन विषय पर मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित जननायक विश्वविद्यालय बलिया के कुलपति प्रो॰ संजीव गुप्त ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति में ऐसी शिक्षा की बात की गयी है जो छात्रों में ज्ञानवर्धन के साथ-साथ संस्कारों का भी निर्माण करती है। इस नीति के माध्यम से युवाओं को कौशल विकास के लिए प्रेरित करने के साथ हीं हमें चरित्र निर्माण के लिए प्राथमिक स्तर से हीं प्रयास करना होगा। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस द्वारा भविष्य में आने वाले संकट के प्रति युवाओं को सजग करना व तैयार करना भी इस नीति का उद्देश्य है।
राम जी सहाय पी जी कालेज , रुद्रपुर के प्राचार्य डॉ॰ ब्रजेश पाण्डेय ने कहा कि शिक्षकों की कमी दूर होगी तो शिक्षा नीति का क्रियान्वयन करना आसान होगा। सह आचार्य डॉ॰ आमोद राय , अंग्रेजी विभाग दी द उ गो वि वि ने कहा कि शिक्षक को कभी भी संशय में नहीं रहना चाहिए। गुआकटा , के अध्यक्ष ,बी. आर.डी. पी. जी. देवरिया के प्रो. के डी तिवारी ने कहा कि शिक्षा क्षेत्र में आर्थिक सुधार की आवश्यकता है जिससे शिक्षा नीति के उद्देश्यों को पूर्णतः प्राप्त किया जा सकता है। न्यास के प्रान्त अध्यक्ष प्रो. विनय सिंह ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति समस्या नहीं समाधान की नीति है। इसका क्रियान्वयन शीघ्र होना देश के लिए आवश्यक है। इसलिए न्यास देश भर में विभिन्न कार्यशालाओं के माध्यम से क्रियान्वयन पर बल दे रही है।
इस सत्र में *आभार ज्ञापन न्यास के प्रान्त संरक्षक प्रबन्धक ,मयंकेश्वर नाथ पांडेय महात्मा गांधी पीजी कालेज गोरखपुर ने किया। कार्यशाला के तृतीय सत्र में न्यास के राष्ट्रीय संयोजक व प्रभारी पूर्वी उत्तर प्रदेश क्षेत्र संजय स्वामी ने प्रान्तीय कार्यकारिणी की उद्घोषणा की एवं सभी नवनियुक्त पदाधिकारी गण को न्यास की कार्ययोजना से परिचय कराते हुए बधाई व शुभकामनाएँ दी। शैक्षिक कार्यशाला का शुभारम्भ मां सरस्वती के चित्र पर पुष्पांजलि व दीप प्रज्वलन से हुआ। नवल्स पीजी कालेज की छात्राओं ने सरस्वती वन्दना व स्वागत गीत प्रस्तुत किया। प्रथम सत्र का संचालन डॉ॰ प्रांगेश मिश्र, द्वितीय सत्र का संचालन डॉ॰ चारुशीला सिंह व तृतीय सत्र का का संचालन डॉ॰ विजय तिवारी ने एवं आभार ज्ञापन प्रान्त संयोजक डॉ विनय कुमार मिश्र ने किया।
कार्यक्रम में डॉ के एन मिश्र, डॉ भुवनेश्वर शरण मिश्र , डॉ निखिलेश्वर शरण मिश्र, श्री संकर्षण त्रिपाठी, डॉ॰ संजय तिवारी, डॉ॰ हृदयकांत पाण्डेय, डॉ॰ आलोक गुप्ता, डॉ॰ प्रीति मिश्रा, डॉ॰ सुषमा त्रिपाठी, डॉ॰ कौशल किशोर तिवारी, डॉ॰ करुणेश त्रिपाठी, डॉ॰ राकेश तिवारी, डॉ॰ अंकित सिंह, डॉ॰ नितीश मिश्र, डॉ॰ विकास द्विवेदी, डॉ॰ बृजेशमणि मिश्र, डॉ॰ अभिषेक पाण्डेय, डॉ॰ श्रवण मणि त्रिपाठी, डॉ॰ कृष्णमुरारी पाल, सहित अन्य गणमान्य जन उपस्थित रहे।.