एनआईआई ब्यूरो
बस्ती, 5 जनवरी। शुक्रवार को जिलाधिकारी बस्ती अंद्रा वामसी ने ब्लूमिंग बड्स सीनियर सेकेंडरी विद्यालय के साइंस एक्सपो का शुभारंभ किया। और दीप जलाकर मां सरस्वती की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित किया। जिलाधिकारी ने साइंस एक्सपो में बच्चों द्वारा लगाए गए सभी 22 स्टाल को जाकर देखा तथा उनके प्रोजेक्ट की सराहना की। उक्त एक्सपो में छात्र छात्राओं ने अनेक महत्वपूर्ण विषयों और आधुनिक चुनौतियों पर समाधान परक प्रोजेक्ट प्रदर्शित करके सभी आगंतुकों का ध्यान आकृष्ट किया और उनकी सराहना पाई। उनके खास प्रोजेक्ट में ट्रेन ऐक्सीडेंट, हाईवे ऐक्सीडेंट रोकने भूकंप की पूर्व सूचना देने वाले मॉडल शामिल थे। इन मॉडल्स के जरिए बच्चों ने जहां अपनी प्रतिभा प्रदर्शित की वहीं आम लोगों की सुरक्षा ओर उनकी बेहतरी के प्रति अपनी जिम्मेदारी का भान भी कराया। ,इसी तरह स्पेस से जुड़े एस एल वी वन और चंद्रयान 3 के प्रक्षेपण का लाइव प्रदर्शन करके दिखाया। जिलाधिकारी ने बच्चों को शाबाशी दी और उनके उज्जवल भविष्य की कामना की।
इसी प्रकार शहरों एवं गांव में प्रदूषण को रोकने के लिए क्या क्या तरीके अपनाए जाएं उससे जुड़े प्रोजेक्ट भी बच्चों ने प्रदर्शित किए।
पारंपरिक ऊर्जा स्रोत कोएला गैस एवं तेल के विकल्प के रूप में पवन ऊर्जा , हाइड्रोजन एवं सौर ऊर्जा से बनाई जाने वाली बिज़ली के मॉडल भी दिखाए। वाहनों से होने वाले प्रदूषण को रोकने के लिए इलेक्ट्रिक एवं सीएनजी से चलने वाले वाहनों के विषय में जानकारी देते हुए उसके लाभ से अवगत कराया।
खेती किसानी से जुड़े प्रोजेक्ट :
वर्तमान समय में किसान नील गाय,सूअर एवं अन्य जंगली जानवरों से परेशान हैं। ये फसलों को काफी नुकसान पहुंचाते हैं जिससे उनको बड़ी आर्थिक क्षति होती है। इस समस्या से निदान पाने के लिए बच्चों ने कई उपकरण बनाकर प्रदर्शित किया । इनमे खेत के चारों तरफ फेंसिंग और उसमें अलार्मिंग सिस्टम वाले मॉडल खास थे।
स्वास्थ्य से जुड़े मॉडल :
आजकल बहुत लोगों की मौत हार्ट अटैक से काफी हो रही है। इसमें युवा वृद्ध सभी शामिल हैं। उससे बचाव के लिए क्या क्या तरीके अपनाए जाएँ उससे जुड़े मॉडल्स भी एक्सपो के आकर्षण बिंदु रहे। प्रत्येक स्टाल के मॉडल को 5,6 स्टूडेंट्स को टीम ने तैयार किया था । सभी स्टाल बहुत ही सराहनीय तथा आम जनता के लिए उपयोगी थे। डीएम बस्ती ने अपने संबोधन में कहा कि विज्ञान से जहां एक तरफ बहुत लाभ है वहीं दूसरी तरफ़ इसका सही तरीके से उपयोग न किया जाए तो उससे बहुत नुकसान भी हो सकता है ।
उदाहरण के लिए उन्होंने अपना मोबाइल फ़ोन बच्चों को दिखाते हुए बताया कि इस फ़ोन से कम्युनिकेशन के साथ ढेर सारी अच्छी जानकारी मिलती है मगर इसपर चलने वाले फेसबुक ट्विटर यू ट्यूब आदि के गलत इस्तेमाल से ढेर सारी समस्याएं भी आ रही हैं। उससे तभी बचा जा सकता है जब हम इसका बुद्धिमत्ता पूर्वक उपयोग करें। उन्होंने विद्यालय के अध्यापकों एवं गॉर्जियन से भी अपील की कि वे अपने बच्चों पर इस बात की निगरानी रखें कि वे कहीं मोबाइल के एडिक्ट तो नहीं हो रहे हैं। इसी के साथ उन्होने कई अन्य ज्ञानवर्धक बातें बच्चों से साझा की और उनका मनोबल बढ़ाया। बच्चे उन्हें देखकर बहुत ही अधिक प्रभावित हुए। आजकल के अधिकांश बच्चे एक आईएएस अधिकारी को अपना रोल मॉडल मानते हैं तथा उनके जैसा ही बनना चाहते हैं। ऐसे में उनके द्वारा कही गई हर बात पर अमल करते हैं। डीएम अंद्रा वामसी को मात्र 35साल की उम्र में डीएम जैसे पद पर देख कर बहुत से बच्चे आश्चर्य चकित और प्रभावित थे।
इस अवसर पर विद्यालय परिवार की ओर से डिप्टी मैनेजर,ब्लूमिंग बड्स तनु शुक्ला ने डीएम बस्ती एवं आए हुए सभी अतिथियों एवं विशिष्ट अतिथियों के साथ साथ सभी आगंतुकों का बहुत ही गर्मजोशी से स्वागत और आभार व्यक्त किया। विद्यालय के प्रबंधक दीपक कुमार श्रीवास्तव एवं फाउंडर संगीता श्रीवास्तव भी मंच पे उपस्थित थे तथा उन लोगों ने भी अतिथियों का हृदय से स्वागत् किया।
कार्यक्रम का कुशल संचालन रुपेश त्रिपाठी,प्रिंसिपल, बी बी एस एस एस ने किया। कॉलेज की छात्राओं ने वाद्य यंत्रों पर मोहक और कर्णप्रिय स्वर में स्वागत गान प्रस्तुत किया। डीएम ने छात्राओं की बहुत तारीफ की। विद्यालय के विद्यार्थियों द्वारा विद्यालय परिसर में जगह जगह रंगोली बनाई गई थी और स्वागत बैनर लगाए गए थे। जिलाधिकारी ने अपना बहुमूल्य समय देकर विद्यालय परिवार और स्टूडेंट्स का मान बढ़ाया। समस्त कार्यक्रम गोविंद नारायण एच ओ डी फ़िज़िक्स बी बी एस एस एस कॉलेज की देख रेख में संपन्न हुआ।
विशिष्ट अतिथि डॉ धर्मेन्द्र सिंह ने बच्चों को अपने संबोधन में उनके द्वारा लगाए गए स्टाल की प्रशंसा की और ज्ञानवर्धक बातें बताई। अंत में सेवानिवृत्त आईएफएस अधिकारी पी एन शुक्ल ने बच्चों के स्टाल की भूरि भूरि प्रशंसा की और विज्ञान के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा की कुछ ही वर्षों पूर्व तक पश्चिमी देशों द्वारा हमारे देश का यह कहकर उपहास किया जाता था कि यह तो सपेरों और बंजारों का देश है। पर जबसे हमारे देश के वैज्ञानिकों ने कोविड महामारी से बचाव हेतु बहुत ही सस्ता एवं टिकाऊ वैक्सीन बनाया तथा चंद्रयान तीन का सफल प्रक्षेपण किया तबसे हमारे देश का नाम और सम्मान पूरी दुनिया में बहुत ही बढ़ गया है। इसके अतिरिक्त हमारे देश के वैज्ञानिक लिथियम,यूरेनियम,सोने जैसे बहुमूल्य खनिजों, धातुओं,ऑयल एवं प्राकृतिक गैस आदि की खोज करके देश को दुनिया की प्रमुख आर्थिक शक्ति बनाने की ओर अग्रसर हैं। यदि इसी प्रकार हमारे देश के वैज्ञानिक नित नयी नयी खोज़ करते रहे तो वह दिन दूर नहीं होगा जो हमारा देश विकास शील देश से विकसित देश बन जाएगा।
इसी तरह रक्षा के क्षेत्र में हमारे देश के वैज्ञानिक उन्नति कोटि की मिसाइल , फाइटर विमान, ड्रोन, आदि बना रहे हैं जिससे हमारे दुश्मन देशों की नींद उड़ गई है। वह दिन दूर नहीं है जब हमारा देश अपने वैज्ञानिकों के बल पर दुनिया की सबसे बड़ी महाशक्ति बन जाएगा। उन्होंने बच्चों से यह भी आह्वान किया कि वे पूरी निष्ठा लगन एवं समर्पण भाव से विद्यालय में अध्ययन करें तथा आगे चल कर इंजीनियर डॉक्टर वैज्ञानिक तथा आईएएस , पीसीएस बनकर देश की तरक्की में अपना योगदान दें। उन्होंने बच्चों का मनोबल बढ़ाते हुए अपनी हार्दिक शुभकामना भी दी।