इस्लामाबाद, पाकिस्तान। अविश्वास प्रस्ताव में अपनी हार तय देखते इमरान खान ने संसद के डिप्टी स्पीकर के ज़रिए आख़िरी दाँव खेला है। आज संसद की अत्यंत संक्षिप्त कार्यवाही में पाकिस्तानी संसद के डिप्टी स्पीकर ने आर्टिकल 5 (ए) के तहत इमरान सरकार के ख़िलाफ़ लाए गए अविश्वास प्रस्ताव को ख़ारिज करते हुए संसद की करवाई 25 अप्रैल तक स्थगित कर दी। इस फ़ैसले पर नाख़ुशी ज़ाहिर करते हुए विपक्ष ने संसद में हंगामा करते हुए वहीं धरना देना शुरू कर दिया है। ख़बर है कि इसी बीच इमरान खान ने राष्ट्रपति आरिफ अल्वी से मुलाकात कर मरकज़ समेत सभी सूबों की एसम्बलियाँ भंग करने की सिफ़ारिश की, जिसे मंज़ूर करते हुए राष्ट्रपति ने एसम्बलियाँ भँग कर 90 दिन के भीतर चुनाव कराने के निर्देश जारी कर दिए हैं।
उधर विपक्ष के नेता शहबाज़ शरीफ़ ने इमरान के ख़िलाफ़ आर्टिकल 6 के तहत करवाई और उनपर देशद्रोह का मुकद्दमा कायम करने की माँग की है। विपक्ष इस मामले में सुप्रीम कोर्ट जाने की तैयारी में है। ख़बर ये भी है संसद भँग मामले का स्वतः संज्ञान लेते हुए पाकिस्तानी सुप्रीम कोर्ट ने स्पेशल बेंच गठित कर दी है। पाकिस्तान में सत्ता की ‘असली खिलाड़ी’ पाकिस्तानी फौज ताज़ा घटनाक्रम के बारे में कुछ देर में अपना बयान जारी कर सकती है। फ़िलहाल सूरते हाल यह है कि इमरान खान अपनी भद्द पिटने से बचते नज़र आ रहे हैं, वो चुनावी प्रक्रिया सम्पन्न होने तक कार्यवाहक प्रधानमंत्री के रूप में कार्य करते रहेंगे। हालाँकि फौज और सुप्रीम कोर्ट का अगला कदम ही यह तय करेगा कि पाकिस्तान की राजनीत किस दिशा में जा रही है और इमरान खान का मुस्तकबिल क्या है।