education
अंग्रेजी विभाग में शोधार्थियों के लिए आयोजित होगा पेपर रीडिंग सेशन, शोध प्रकाशन पर होगी चर्चा
एनआईआई ब्यूरो गोरखपुर। दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय गोरखपुर के अंग्रेजी विभाग के शोधार्थियों के लिए शोध पत्र वाचन एवं शोध पत्र प्रकाशन के लिए विशेष सत्रों का आयोजन किया जा रहा है। विभागाध्यक्ष प्रोफेसर अजय कुमार शुक्ला ने बताया कि आगामी 3 नवंबर को सत्र 2020-21 एवं 2021-22 के शोधार्थियों के लिए पेपर रीडिंग सेशन […]
Read Moreफिजिक्स के असिस्टेंट प्रोफेसर विनीत को सोलर सेल पर रिसर्च को मिले 13 लाख
एनआईआई ब्यूरो गोरखपुर। दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय, गोरखपुर के भौतिकी विभाग के सहायक आचार्य डॉ विनीत कुमार सिंह को उत्तर प्रदेश काउंसिल ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी से टेंडम् सोलर सेल पर शोध कार्य के लिये 13.36 लाख रुपए का प्रोजेक्ट प्राप्त हुआ है। इस प्रोजेक्ट के माध्यम से डॉ विनीत कुमार सिंह और उनके टीम […]
Read Moreगोरखपुर विश्वविद्यालय शुरू करेगा चार वर्षीय स्नातक कार्यक्रम
शैक्षणिक सत्र 2023-2024 से चलेगा नया प्रोग्राम: कुलपति एनआईआई ब्यूरो गोरखपुर। दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो पूनम टंडन ने चार वर्षीय स्नातक कार्यक्रम (3+1) विकसित करने के लिए एक विशेष समिति का गठन किया है। यह पहल विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) और राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 द्वारा हाल ही में प्रस्तावित ढांचे के […]
Read Moreनए पीएचडी अध्यादेश को तैयार करने के लिए उच्च स्तरीय समिति गठित
युवा प्रतिभाओं को गुणवत्तापूर्ण शोध को बढावा देने की प्रतिबद्धता में एक बड़ी छलांग होगा नया पीएचडी अध्यादेश: कुलपति एनआईआई ब्यूरो गोरखपुर। शोध एवं अनुसंधान में गुणवत्ता तथा शैक्षणिक परिदृश्य में अकादमिक लचीलेपन को बढ़ावा देने के लिए दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो पूनम टंडन ने एक महत्वपूर्ण कदम लेते हुए नए पीएचडी […]
Read Moreदेश को एकता के सूत्र में बांधने के लिए बाबा साहब ने पूरा जीवन अर्पित किया
एनआईआई ब्यूरो गोरखपुर। बाबा साहब भीमराव अंबेडकर ने देश को एकता के सूत्र में बांधने के लिए अपना पूरा जीवन लगा दिया। इस क्रम में वे कई बार दो कदम पीछे भी हटे।’ यह बात दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय के मुख्य नियंता एवं राजनीति विज्ञान विभाग के पूर्व अध्यक्ष प्रो. गोपाल प्रसाद ने कही। वे […]
Read Moreअंग्रेजी विभाग के छात्र एलुमनाई मीट-2023 में पंजीकरण कराएं
एनआईआई ब्यूरो गोरखपुर। दीन दयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय के माननीय कुलपति प्रो. राजेश कुमार सिंह के दिशा-निर्देशन के अनुसार विश्वविद्यालय में तीन दिवसीय अंतरराष्ट्रीय पुरातन छात्र समागम 29 अप्रैल से 1 मई तक होना सुनिश्चित हुआ है। इस क्रम में विश्वविद्यालय के सभी विभागों के पूर्व छात्रों को सहभागिता भी सुनिश्चित की जानी है। इसी […]
Read More100 वर्षों के बाद, देश को एक दूरदर्शी नेतृत्व, उच्च शिक्षा इस अवसर का लाभ उठाये: कुलपति
भारत को विश्व की तीन अर्थव्यवस्थाओं में से एक बनाने में उच्च शिक्षा की भूमिका महत्वपूर्ण गोरखपुर। दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो राजेश सिंह आज इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय के लखनऊ क्षेत्रीय केंद्र में आयोजित 36वें दीक्षांत समारोह को बतौर ‘गेस्ट ऑफ ऑनर’ सम्बोधित किया। इग्नू, नई दिल्ली में आयोजित मुख्य दीक्षांत […]
Read Moreजैविक निर्धारकों के साथ सामाजिक निर्धारक भी स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण
एनआईआई ब्यूरो गोरखपुर। दीन दयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय के मनोविज्ञान विभाग में विश्व स्वास्थ्य दिवस के अवसर पर ” स्वास्थ्य के सामाजिक निर्धारक” विषय व्याख्यान का आयोजन किया गया. विभागाध्यक्ष प्रोफेसर अनुभूति दुबे ने स्वागत भाषण के साथ कार्यक्रम की शुरुआत की, व्याख्यान के मुख्य वक्ता डॉक्टर अनिल कोपरकर ने स्वास्थ्य के सामाजिक निर्धारकों के […]
Read Moreअंग्रेजी विभाग में सम-सामयिक विषयों पर आयोजित हुई भाषण प्रतियोगिता में अंजली प्रथम, अरजिता द्वितीय
एनआईआई ब्यूरो दीन दयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय, गोरखपुर के अंग्रेजी विभाग में डिस्कोर्स : लिटरेरी क्लब के तत्वाधान में साहित्य के सम-सामयिक विभिन्न विषयों पर भाषण प्रतियोगिता आयोजित की गई, जिसमें विद्यार्थियों ने बढ़-चढ़कर प्रतिभाग किया। ये थे भाषण प्रतियोगिता के विषय द इंपैक्ट ऑफ टेक्नोलॉजी ऑन लिटरेचर एंड सोसायटी। (साहित्य और समाज पर प्रौद्योगिकी […]
Read Moreज्ञान को जमीनी स्तर लागू करने की जरूरत: प्रो. आर. इंदिरा
एनआईआई ब्यूरो गोरखपुर। ज्ञान को जमीनी स्तर पर लागू किए जाने की जरूरत है तभी इसकी भूमिका पब्लिक पॉलिसी में महत्वपूर्ण हो सकती है। समाजशास्त्रीय ज्ञान के माध्यम से सामाजिक वास्तविकता को समझा जा सकता है। समाजशास्त्र में अधिक साहस के साथ सत्य को उद्घाटित करने की क्षमता है, जिस पर कार्य किया जा सकता […]
Read More