एनआईआई ब्यूरो
गोरखपुर। दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय के नाथ चंद्रावत (एनसी) छात्रावास को पूर्व में ही विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से खाली कराया गया है। वहां, अवैध रूप से रहने वालों पर मुकदमा दर्ज कराया जाएगा। अगर, कोई विश्वविद्यालय का छात्र वहां निवास कर रहा है तो उसे निष्कासित किया जाएगा। परिसर और छात्रावास के अंदर बाहरी लड़कों का प्रवेश पूरी तरह से प्रतिबंधित होगा।
अन्य छात्रावासों के अंतर्गत संतकबीर छात्रावास, गौतम बुद्धा छात्रावास, विवेकानंद छात्रावास, अलकनंदा छात्रावास और रानी लक्ष्मीबाई छात्रावास में रहने वाले विद्यार्थियों को एक सप्ताह में अगली कक्षा के रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया को पूरा कराने के साथ छात्रावास आवंटन के लिए आवेदन करना होगा।
छात्रावास का शुल्क जमा कराना होगा। जो ऐसा नहीं करेंगे उनके खिलाफ विश्वविद्यालय की ओर से कार्रवाई की जाएगी। किसी भी सूरत में छात्रावास के किसी कमरो में बाहरी लोगों को प्रवेश करने या रहने की अनुमति नहीं दी जाएगी। बृहस्पतिवार को कुलपति प्रो राजेश सिंह के मार्गदर्शन में सभी वार्डेन और अधिष्ठाता छात्र कल्याण की बैठक का आयोजन हुआ। बैठक में यह निर्णय लिया गया कि सभी विद्यार्थियों को जल्द से जल्द आईडी कार्ड जारी किया जाएगा। परिसर के अंदर केवल आईडी कार्ड दिखाने पर ही विद्यार्थियों को प्रवेश मिलेगा।