एनआईआई ब्यूरो
गोरखपुर। आईआईएम लखनऊ के प्रोफेसर सुशील कुमार ने आज दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय के फैकल्टी ऑफ मैनेजमेंट तथा इंस्टिट्यूट ऑफ़ इंजीनियरिंग टेक्नोलॉजी के विद्यार्थियों को ने सम्बोधित किया। कुलपति प्रो राजेश सिंह ने इंजीनियरिंग इंस्टीट्यूट के सेमिनार हॉल में आयोजित कार्यक्रम की अध्यक्षता की। विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए प्रोफेसर सुशील कुमार ने कहा कि वास्तव में अगर उड़ान भरनी है तो संघर्ष का आनंद लेना सीखे। रचनात्मकता नए विचारों को विकसित करना है, जन्म देना है। नए विचारों को अपने मस्तिष्क में आने दे। इसीलिए रचनात्मकता को अनोखा, आउट ऑफ बॉक्स विचार कहते है। आज की अर्थव्यवस्था नॉलेज इकोनामी है। इसलिए हमें नया ज्ञान, नए विचार विकसित करने चाहिये।
प्रो कुमार ने विद्यार्थियों से कहा कि हमें दूसरों से तुलना नहीं करनी चाहिए। बल्कि हमें निरंतर अपने आप को बेहतर बनाने की कोशिश करनी चाहिए। और अगर हम मेहनत से, पूरी शिद्दत से कोई कोशिश करते हैं तो प्रकृति भी हमारा साथ देती है। इसीलिए संघर्ष का आनंद लेना चाहिए तभी वास्तव में उड़ान भर सकते हैं। विद्यार्थियों ने बड़ी तन्मयता से प्रो कुमार का लेक्चर सुना तथा उनके द्वारा पूछे गए प्रश्नों का जवाब भी दिया। कार्यक्रम का संचालन प्रोफेसर दिव्या रानी सिंह ने किया तथा धन्यवाद ज्ञापन अधिष्ठाता छात्र कल्याण प्रो अजय सिंह ने किया। इस अवसर पर डीन फैकल्टी ऑफ इंजीनियरिंग प्रोफेसर शंकर सिंह, डायरेक्ट सेल्फ फाइनेंस कोर्सस प्रोफेसर विनय सिंह तथा विभागाध्यक्ष व्यवसाय प्रशासन डॉक्टर सतपाल सिंह तथा मौजूद रहे।