एनआईआई ब्यूरो
लखनऊ। ऑल इण्डिया पावर इंजीनियर्स फेडरेशन ने उप्र के ऊर्जा निगमों के निदेशक के चयन में हुए घोटाले पर गंभीर चिन्ता व्यक्त करते हुए प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ जी से मांग की है कि चयन एवं शॉर्ट लिस्टिंग में किये गये घोटाले के जिम्मेदार तत्कालीन प्रमुख सचिव(ऊर्जा) एवं वर्तमान में चेयरमैन श्री एम देवराज पर कठोर कार्यवाही की जाये।
ए.आई.पी.ई.एफ. के चेयरमैन शैलेन्द्र दुबे ने कहा कि समाचार पत्रों के जरिये यह विदित हुआ है कि उप्र ऊर्जा निगमों के 14 निदेशकों के चयन हेतु जो शॉर्ट लिस्टिंग की उसमें मानकों के विपरीत कई योग्य अभ्यर्थियों को अनावश्यक रूप से चार्जशीट देकर लिस्ट से बाहर कर दिया गया एवं कई अयोग्य अभ्यर्थियों पर आरोप होते हुए भी आरोपमुक्त कर चयन सूची में डाल दिया गया।
उन्होंने कहा कि श्री योगी आदित्यनाथ जी की भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस की नीति की परवाह न करके एम. देवराज द्वारा किया गया यह कृत्य अत्यन्त गंभीर मामला है। इससे उप्र ऊर्जा निगमों की छवि धूमिल हुई ही है, प्रदेश सरकार की छवि पर भी इसका प्रभाव पड़ा है। शॉर्ट लिस्टिंग एवं चयन में हुए घोटाले से बनी सूची को निरस्त करने के लिए मा. मुख्यमंत्री जी के फैसले का स्वागत करते हुए फेडरेशन ने सारे मामले के दोषी अधिकारी एम. देवराज पर सख्त कार्यवाही किये जाने की मांग की है।