ग्रह गोचर : सप्ताह के प्रथम दिन की ग्रह स्थिति सूर्य मीन राशि, चन्द्रमा मेष राशि, मंगल और शनि मकर राशि, बुध मीन राशि, गुरु और शुक्र कुम्भ राशि,राहु वृष राशि और केतु वृश्चिक राशि पर संचरण कर रहे हैं
मेष राशि
2 और 3 अप्रैल को राशि स्वामी बंगल की शुभ दृष्टि रहने से शुभ फल घटित होगा। मान और सम्मान में वृद्धि का योग मिलेगा। उच्च प्रशिक्षित लोगों से संपर्क हौंडा। 4, 5 और 6 अप्रैल को धन लाभ उन्नति के अवसर प्राप्त होंगे। सात -आठ और 9 अप्रैल को बुध अस्त होने से यथेष्ट परिस्थितियों के बावजूद धन लाभ नहीं होगा। कार्यों में विलंब का योग मिल सकता है। दशमस्थ शनि मंगल होने से कार्यक्षेत्र में पराक्रम और बुद्धि कौशल से उन्नति के अवसर प्राप्त होंगे। लेकिन अब एक ही भी प्रतिकूल परिस्थिति बन सकती है। परिश्रम के भाव धन लाभ कब होगा। मन में कुछ असन्तोष का भाव बना रहेगा।
मिथुन राशि
1, 2 और 3 अप्रैल को बुध नीच राशि गत होने से आय कम और खर्च ज्यादा रहेगा। किसी रुके कार्य को पूरा करने के लिए लेन देन करना पड़ सकता है।नये उद्योग में कारोबार करने की योजना में विवाद उत्पन्न हो सकता है।5 और 6 अप्रैल को शनि और मंगल अष्टम में होने से विरोधी पक्ष अपनी गतिविधियां जारी रखेगा। सुख सुविधा पर धन व्यय होगा। स्वास्थ्य में विकार एवं किसी विश्वास पात्र से धोखा मिल सकता है। सावधानी बरतें।8 और 9 अप्रैल को कुछ सोची हुई योजनाओं के क्रियान्वयन के आसार मिलेगें।धन लाभ और उन्नति का पूर्ण योग है। नवीन कार्यों में लाभ होगा और दाम्पत्य सुख अच्छा है।
वृष राशि
2, 3और 4 अप्रैल को इस राशि वालों के लिए दशमस्थ गुरु और शुक्र का योग होने से व्यवसायिक क्षेत्र में अनेक उतार और चढ़ाव का योग मिलेगा। कुछ संघर्ष बना रहेगा। किसी भी कार्य में चुनौती का ही सामना करना पड़ेगा।5 और 6 अप्रैल को धन का व्यय अप्रत्याशित रुप से होगा।7–8-और 9अप्रैल को भाग्य स्थान पर शनि और मंगल के प्रभाव के कारण व्यर्थ भागदौड़ और मानसिक तनाव का योग मिलेगा। किसी से विवाद का भी योग मिल सकता है। परिवार में शान्ति का अभाव मिलेगा। दाम्पत्य सुख सामान्य है।
कर्क राशि
2, 3 और 4 अप्रैल को मंगल उच्च राशि है परन्तु राशि पर सप्तम नीच दृष्टि होने से व्यवसाय में विघ्न बाधाएं मिल सकती है।आय में कमी का योग मिल सकता है।शत्रु भय बना रहेगा। परिवार को किसी स़ंकट का सामना करना पड़ सकता है। 5 और 6अप्रैल को क्रोध और उत्तेजना के कारण बना बनाया कार्य बिगड़ सकता है। स्वास्थ्य में विकार का योग मिल सकता है। दुर्घटना का योग है। वाहन सावधानी पूर्वक चलायें। 7–8 और 9 अप्रैल को घरेलू परिस्थितियों से मन व्यथित हो सकता है। व्यवसाय में मन्दी रहेगा। अकारण धन व्यय की सम्भावना बनेगी।तनाव बना रह सकता है।
कन्या राशि
2, 3 और 4 अप्रैल को अपने पुरुषार्थ से बिगड़े काम में सुधार करेंगे। परिवार में प्रसन्नता के सुअवसर प्राप्त होंगे।संयम और शालीनता पूर्वक व्यवहार करना आपके लिए अच्छा रहेगा।बाहरी लोगों से लाभ की स्थिति बनेगी। परन्तु बुध नीच राशिगत होने से स्वास्थ्य में प्रतिकूलता प्राप्त हो सकती है। 5 और 6 अप्रैल को भागदौड़ और मन में असन्तुष्टि मिलेगा।थन के व्यर्थ खर्च करने से परहेज़ रखें। 7, 8 और 9 अप्रैल को हालात में सुधार का योग मिलेगा और आय के साधनों में वृद्धि होगी। कुछ बिगड़े काम बनेंगे।मन में सकून बना रहेगा। सकारात्मक सोच बनाए रखें।
सिंह राशि
2, 3 और 4 अप्रैल को अष्टमस्थ सूर्य होने से स्वास्थ्य ढीला रहेगा।विघ्नों बाधाओं के बावजूद जीवन निर्वाह योग्य आय के साधन बनते रहेंगे।5 और 6 अप्रैल को अष्टम भाव पर शनि की दृष्टि होने से कुछ घरेलू समस्याओं के कारण तनाव बना रहेगा। सन्तान सम्बन्धी समस्याओं से ग्रसित रह सकते हैं।सिर दर्द और आंखों की समस्या से ग्रसित हो सकते हैं। सावधानी का बर्ताव करें।8 और 9 अप्रैल को पिता या घर में किसी बुजुर्ग का स्वास्थ्य प्रभावित हो सकता है।आय के साधनों में वृद्धि के बावजूद खर्च भी बढेगा। स्थान परिवर्तन का भी योग हैं।
तुला राशि
2, 3 और 4 अप्रैल को राशि स्वामी शुक्र पंचम भाव में है। तुला राशि शनि द्वारा दृष्ट है। इससे सन्तान सम्बन्धी कार्यों में बाधा मिल सकता है। परन्तु शुक्र स्वक्षेत्री होने से बिगड़े कार्यों में सुधार होगा। 5 और 6 अप्रैल कुछ परिवर्तन का योग है जो सकारात्मक रहेगा। अधिकारियों की कृपा मिलेगी। विभाग में अच्छा तालमेल बना रहेगा। 7-8 और 9 अप्रैल को व्यय अधिक होगा। भागदौड़ की स्थिति रहेगी। कैरियर में उन्नति के आसार हैं। बेरोजगारों को रोजगार मिलेगा। किसी नवीन कार्य की योजना बना सकते हैं।
वृश्चिक राशि
2, 3 और 4 अप्रैल को घरेलू उलझनों के कारण मानसिक तनाव रहेगा, परंतु मंगल उच्चस्थ होने से प्रतिष्ठित लोगों के सहयोग से व्यवसाय में उन्नति के अवसर प्राप्त होंगे। 5 और 6 अप्रैल को पराक्रम में वृद्धि और बनते कार्यों में सुधार एवं लाभ का कार्यक्षेत्र बढ़ेगा। उन्नति के योग मिलेंगे। 7, 8 और 9 अप्रैल को भाग्य स्थान पर मंगल की नीच दृष्टि होने से पारिवारिक मतभेद बढ़ेगा।सोचे कार्य आंशिक रुप से सफल होंगे। परन्तु मन में उत्साह बना रहेगा। कई अच्छे लोगों से मुलाकात होगी। सकारात्मक सोच से कार्य पूर्ण होंगे।
मकर राशि
2, 3 और 4 अप्रैल को शनि लग्न में मंगल से युक्त होने के कारण लाभ के अवसर प्राप्त होंगे। परिवार में खुशी के अवसर मिलेंगे।मान प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी।आपके कार्यों की सराहना होगी।5और 6 अप्रैल कै स्वास्थ्य सम्बन्धी चिन्ता का योग है। मानसिक तनाव और लाभ कम रहेगा।7, 8 और 9 अप्रैल को व्यवसायिक उलझनों का सामना करना पड़ सकता है। परन्तु व्यवसाय सम्बन्धी कार्यों में बाधाएं आयेगी। अपनों से पूर्ण सहयोग न मिलेगा। मन खोया खोया रह सकता है।किसको बात कै लेकर चिन्ता मिलेगा। अनहोनी की आशंका से भयाक्रांत रह सकते हैं। सकारात्मक सोच से काम बनेगा।
धनु राशि
2, 3 और 4 अप्रैल को चतुर्थ भाव में सूर्य शनि द्वारा दृष्ट है इसलिए कारोबार मध्यम और लाभ साधारण रहेगा। 4, 6 अप्रैल को रोजगार के लिए भागदौड़ ज्यादा करना पड़ सकता है। व्यवसाय में विघ्न बाधाएं अधिक और घरेलू उलझनों के कारण मन में असंतोष और चिन्ता का योग मिल सकता है। किसी विशेष व्यक्ति से धोखा या अनबन हो सकता है।चोट और चपेट का भय है। वाहन सावधानी से चलाएं। 8 और 9 अप्रैल को मिश्रित प्रभाव रहेगा। सन्तान पक्ष को लेकर चिंतित हो सकतें हैं। विद्यार्थियों के लिए उत्तम समय रहेगा। धर्म कर्म में अभिरूचि जाग्रत होगी।किसी धार्मिक आयोजन में भी सम्मिलित हो सकते हैं
कुम्भ राशि
2, 3 और 4 अप्रैल को इस राशि पर शनि और गुरु का संचार होने से धन लाभ और आय के साधनों में वृद्धि का योग मिलेगा।कार्य व्यवसाय सम्बन्धी नई- नई योजनाएं क्रियान्वित होंगी।5 और 6 अप्रैल को व्यवसायिक परिवर्तन का योग मिल सकता है। मंगल की छड़ें भाव में स्थित के कारण स्वास्थ्य सम्बन्धी परेशानी प्राप्त हो सकता है।सिर दर्द और चोट का भय है। गुप्त चिन्ता एवं स्वभाव में चिड़चिड़ापन मिल सकता है । 7–8 और 9 अप्रैल को मिश्रित दिन रहेगा।सोची योजनाएं पूर्ण होगी। व्यवसाय की गतिविधियों आगे बढ़ेगी।
मीन राशि
इस राशि पर सूर्य का संचार और शनि की तृतीय दृष्टि होने से स्वभाव में तनाव और उलझने बढ़ेगी। 3 और 4 अप्रैल को स्वास्थ्य में विकार मिल सकता है। 5, 6 और 7 अप्रैल को घरेलू कार्यों पर ज्यादा खर्च हो सकता है।दशम भाव में शनि-म़गल का योग होने से व्यवसाय में परेशानियों का योग है। गुस्सा ज्यादा और स्वभाव में परिवर्तन मिलेगा। 8 और 9 अप्रैल को उलझने कम हो जायेगी। पारिवारिक सुख मिलेगा। अपनों का सुख भी प्राप्त होगा।किसी नेक व्यक्ति की मुलाकात से मन में शान्ति और सकून मिलेगा। किसी पर ज्यादा विश्वास करना आपके अच्छा न रहेगा।