एनआईआई ब्यूरो
गोरखपुर। राष्ट्रीय सेवा योजना, दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय, गोरखपुर आवासीय परिसर के तत्वावधान में मतदाता जागरूकता अभियान के अन्तर्गत 7 नवम्बर को राष्ट्रीय सेवा योजना कार्यालय पर रंगोली, निबन्ध, पोस्टर एवं स्लोगन प्रतियोगिता कराया गया। कार्यक्रम में डाॅ0 जितेन्द्र कुमार, कार्यक्रम समन्वयक ने कुलपति प्रो0 पूनम टण्डन एवं परियोजना अधिकारी, गोरखपुर, डाॅ0 कुसुम रावत, कार्यक्रम अधिकारी तथा अन्य अतिथियों का स्वागत, अभिनंदन किया। मतदाता जागरूकता अभियान का शुभारम्भ कार्यक्रम समन्वयक डाॅ0 जितेन्द्र कुमार एवं परियोजना अधिकारी, गोरखपुर द्वारा किया गया। कार्यक्रम में रंगोली, पोस्टर, पेन्टिंग एवं स्लोगन प्रतियोगिता का निरीक्षण प्रो0 पूनम टण्डन, कुलपति एवं परियोजना अधिकारी, गोरखपुर कार्यक्रम अधिकारी डाॅ0 कुसुम रावत द्वारा किया गया। प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले स्वयंसेविकाओं को कुलपति ने प्रमाण-पत्र व मेडल देकर सम्मानित किया। कुलपति ने कहा कि भारत एक लोकतांत्रिक देश है यहाॅं पर जनता अपना प्रतिनिधित्व चुनती है।
मतदान एक ऐसी प्रक्रिया है जिससे व्यक्ति अपने विचारों को दूसरों के प्रति सहमति और असहमति दिखा सकता है। परियोजना अधिकारी, गोरखपुर ने कहा कि ‘‘हम, भारत के नागरिक, लोकतंत्र में अपनी पूर्ण आस्था रखते है कि हम अपने देश की लोकतात्रिक परम्पराओं की मर्यादा को बनाए रखेगें तथा स्वतंत्र, निष्पक्ष एवं शांतिपूर्ण निर्वाचन की गरिमा को अक्षुण्ण रखते हुए, निर्भिक होकर, धर्म वर्ग, जाति, समुदाय भाषा अथवा अन्य किसी भी प्रलोभन से प्रभावित हुए बिना सभी निर्वाचनों में अपने मताधिकार का प्रयोग करेगें।’’ कार्यक्रम समन्वयक डाॅ0 जितेन्द्र कुमार ने कहा कि मतदान जाति या धर्म के आधार पर नहीं किया जाना चाहिए। पहले सभी का एजेंडा पढ़ कर देश के हित के लिए उपयोगी देखकर ही अपना मत डालें। मतदान एक संवैधानिक अधिकार है और मतदान करना हमारा कर्तव्य हैं। कार्यक्रम अधिकारी डाॅ0 कुसुम रावत ने स्वयंसेवकों द्वारा मतदाता जागरूकता के अन्तर्गत प्रतिभाग करने वाले प्रतिभागियों के द्वारा बनाये गए चित्रों, स्लोगन, रंगोली का निरीक्षण करते हुए सभी का मनोबल बढ़ाया तथा स्वयसेवकों द्वारा लगभग 50 लोगों का निर्वाचन कार्ड बनवाने के लिए सर्वे करवाया कार्यक्रम में मनमोहन वर्मा, शाहिल, सनीपाल, अकुुर, रेहान, वैष्णवी निखिल, रंजना, यशी, धीरज, आकाश, सलोनी, सिमरन आदि लगभग-400 स्वयंसेवकों ने प्रतिभाग किया अन्त में कार्यक्रम राष्ट्रगान के साथ सम्पन्न हुआ।