- छात्रों, अभिभावकों, शिक्षकों, कर्मचारियों पुरातन छात्रों से भी की चर्चा
एनआईआई ब्यूरो
गोरखपुर। दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय के नैक मूल्यांकन के लिए आयी नैक पियर टीम की विजिट का पहला दिन सम्पन्न हुआ। विश्वविद्यालय के नैक मूल्यांकन के लिए तीन-दिवसीय दौरे पर आई नैक पियर टीम के चेयरमैन प्रोफेसर रमेश चंद्रा तथा मेंबर कोऑर्डिनेटर प्रोफेसर सुरेश आर एम है। टीम के अन्य सदस्य प्रोफेसर संजीव भानावत, प्रोफेसर सुभाष चंद्रा रॉय, प्रोफेसर स्वाति सेरेकर तथा प्रोफेसर वंदना पूनिया है। पियर टीम के विजिट के दूसरे दिन की औपचारिक शुरुआत प्रशासनिक भवन स्तिथ आइक्यूएसी सेल के निरीक्षण से हुई। इसके बाद कुलसचिव कार्यालय परीक्षा नियंत्रक कार्यालय, वित्त अधिकारी कार्यालय, कार्य अधीक्षक कार्यालय तथा लेखा विभाग जा कर टीम ने मूल्यांकन किया।
नैक पियर टीम ने शिक्षा शास्त्र विभाग, शारीरिक शिक्षा विभाग, बीए एलएलबी तथा गुरु श्री गोरक्षनाथ शोध पीठ का भी निरीक्षण किया। टीम ने पूर्वांचल म्यूजियम, दीनदयाल उपाध्याय शोधपीठ, बॉटनिकल गार्डन, चौरीचौरा गार्डन, स्वामी विवेकानंद गार्डन, चांसलर गार्डन के साथ-साथ इनक्यूबेशन सेंटर, नेट हाउस, ग्रीन हाउस जीरो वेस्ट केंपस सेंटर, वर्मी कंपोस्ट यूनिट का भी निरीक्षण किया। टीम विश्वविद्यालय के अतिथि गृह, स्वास्थ्य केंद्र, आईटीसी सेल, यूजीसी-एचआरडीसी सेंटर, प्रॉक्टर ऑफिस, गुवा ऑफिस तथा सेंटर ऑफ वुमन स्टडीज के साथ-साथ इंटरनेशनल सेल, प्लेसमेंट सेल, एंप्लॉयमेंट सेल तथा गर्ल्स हॉस्टल का भी निरीक्षण कर मूल्यांकन किया।
टीम ने कुलसचिव तथा वित्त अधिकारी के साथ सभी अधिकारियों एवं कर्मचारियों से भी मीटिंग की। इसके साथ ही विद्यार्थियों, शिक्षकों, पुरातन छात्रों तथा अभिभावकों के साथ भी टीम ने चर्चा की।
शिक्षकों से भी चर्चा की टीम ने
टीम के चेयरमैन प्रो रमेश चंद्रा ने सभी सदस्यों के साथ विश्विद्यालय के शिक्षकों से शैक्षणिक, शोध तथा उनको मिलने वाली सुविधाओं पर चर्चा की। शिक्षकों को विश्विद्यालय की प्रगति के लिए कड़ी मेहनत और लगन से कार्य करने के लिए प्रोत्साहित भी किया।
विवि के छात्र रहे जनप्रतिनिधियों से भी मुलाकात
प्रो रमेश चंद्रा की अध्यक्षता में नैक पियर टीम ने पुरातन छात्रों के साथ भी चर्चा की। इस बैठक में विवि के छात्र रहे जनप्रतिनिधियों ने भी सहभागिता की। जिसमें एमएलसी देवेंद्र प्रताप सिंह, एमएलसी रतन पाल सिंह शामिल हुए। बैठक में विवि के छात्र रहे डॉ शिवशंकर शाही तथा अन्य प्रसिद्ध वकील, उद्यमी तथा शिक्षक भी शामिल हुए।