अध्यात्म
जानिए क्या है अधिकमास और उसका महात्म्य
आचार्य पंडित शरद चंद्र मिश्र अध्यक्ष – रीलीजीयस स्कॉलर्स वेलफेयर सोसायटी सावन का महीना भगवान शिव को बहुत प्रिय है।इस महिने में सनातनी हिन्दू शिव के रंग में रंग जाते हैं। भगवान भोलेनाथ की कृपा प्राप्त करने के लिए पूरे सावन महीने भर भगवान शिव की सेवा और भक्ति में लीन रहते हैं।इस महिने में […]
Read Moreवैष्णव धर्म का महान पर्व रथ यात्रा आज
आचार्य पंडित शरद चंद्र मिश्र अध्यक्ष – रीलीजीयस स्कॉलर्स वेलफेयर सोसायटी 20 जून को सूर्योदय 5 बचकर 13 मिनट पर और आषाढ़ शुक्ल द्वितीया तिथि का मान दिन में 11 बजकर 14 मिनट तक, पुनर्वसु नक्षत्र सम्पूर्ण दिन और रात को 9 बजकर 31 मिनट तक और सुस्थिर नामक औदायिक योग भी है। इस दिन […]
Read Moreज्येष्ठ माह विशेष : बुढ़वा मंगल-बड़ा मंगल
अनिल त्रिपाठी मुख्य कार्यकारी, एनआईआई उत्तर भारत के अवध क्षेत्र, विशेष रूप से लखनऊ में ज्येष्ठ मास में पड़ने वाले मंगलवारों का बड़ा महत्व है। बूढ़-पुरनिया इसे बुढ़वा मंगल के नाम से तो आधुनिक पीढ़ी बड़ा मंगल के नाम से जानती है। हालांकि बड़ा मंगल और बुढ़वा मंगल आज एकमेव हो चुके हैं किंतु दोनों […]
Read Moreशनि जयंती पर विशेष
ज्येष्ठ कृष्ण अमावस्या को हुआ था शनि का जन्म भगवान सूर्य और छाया की संतान शनि का जन्म ज्येष्ठ कृष्ण अमावस्या को हुआ था। भगवान सूर्य के अन्य पुत्रों की अपेक्षा शनि प्रारंभ से ही विपरीत स्वभाव के थे। कहते हैं कि जब शनि पैदा हुए तो उनकी दृष्टि अपने पिता सूर्य पर पढ़ते […]
Read Moreभारतीय संस्कृति में परशुराम
आचार्य पंडित शरद चंद्र मिश्र अध्यक्ष – रीलीजीयस स्कॉलर्स वेलफेयर सोसायटी भारतीय संस्कृति में परशुराम जी का बड़ा महत्व है। ऊन्होंने एक बहुत बड़ी धर्म सेना का गठन किया था और पृथ्वी पर अत्याचारी राजाओं का सफाया किया था। सांस्कृतिक दृष्टि से देखा जाए तो उन्होंने दक्षिण भारत का व्यापक दौरा किया और अपने शिष्यों […]
Read Moreमेष संक्रान्ति ( सतुआ संक्रांति) आज
आचार्य पंडित शरद चंद्र मिश्र अध्यक्ष – रीलीजीयस स्कॉलर्स वेलफेयर सोसायटी 14 अप्रैल दिन दिन शुक्रवार को मेष संक्रान्ति का पर्व है। इसे पूर्वी उत्तर प्रदेश और पश्चिम बिहार में सतुआ संक्रांति के नाम से जाना जाता है।इस दिन सूर्योदय 5 बजकर 42 मिनट पर , वैशाख कृष्ण नवमी तिथि का मान सम्पूर्ण दिन और […]
Read Moreअधिक मास के धर्मशास्त्रीय एवं मुहुर्त शास्त्रीय विधान
आचार्य पंडित शरद चंद्र मिश्र अध्यक्ष – रीलीजीयस स्कॉलर्स वेलफेयर सोसायटी विक्रम संवत 2080 में श्रावण मास में अधिक मास है। जिस चान्द्र अमान्य मास में सूर्य संक्रांति नही होती है, वह अधिक मास कहलाता है। अधिक मास के अन्तर्गत दो माह होते हैं, एक शुद्ध मास दूसरा मलमास। पूर्णिमान्त पद्धति से प्रथम मास का […]
Read Moreरामायण का रचनाकाल और रामनवमी व्रत
आचार्य पंडित शरद चंद्र मिश्र अध्यक्ष – रीलीजीयस स्कॉलर्स वेलफेयर सोसायटी रामायण में मगध नरेश अजातशत्रु द्वारा 500 ईश्वी पूर्व में सोन- गंगा नदी के संगम पर स्थापित पाटलिपुत्र का उल्लेख नहीं मिलता है। जबकि विश्वामित्र, राम लक्ष्मण के मिथिला यात्रा के दौरान सोन गंगा के संगम का उल्लेख हुआ है। रामायण में विशाला और […]
Read Moreहोलिका पूजन और दहन आजऔर रंगभरी होली 8 मार्च को
शास्त्र का मत- होलिका के पूजन और दहन के विषय में पूर्वाचार्यों के मत इस प्रकार है – नारद जी का वाक्य- ” प्रदोषकाले ग्राह्या पूर्णिमा फाल्गुनी”– दुर्वासा जी कहते हैं –“निशागमे तु पूज्येत होलिका सर्वतोमुखै:”– निर्णयामृत का वाक्य है — सायाह्ने होलिकां कुयात् पूर्वाह्ने क्रीडनं गवाम् “–अर्थात इन सभी मतों के अनुसार पूर्णिमा की […]
Read Moreमानसिकता से प्रभावित होती है शिक्षा नीति
हिटलर कहा करता था कि यदि एक झूठ को हजार बार किसी के समझ कहा जाए तो पहले तो उसका मन उस झूठ को मानने के तैयार नहीं रहता है लेकिन उसकी हजारों आवृत्ति होने पर वह झूठ उसे सत्य प्रतीत होने लगता है। झूठ को सत्य मान लेता है और सत्य तिरोहित हो जाता […]
Read More