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अध्यात्म
आइए जानते हैं भारतीय सनातन धर्म में यज्ञोपवीत का क्या है महत्व
उपनयन शब्द- उप- उपसर्ग- नी-धातु से ल्यु प्रत्यय करने पर निष्पन्न होता है अर्थात आचार्य के समीप नयन अर्थात बालक को विद्याध्ययन कहते हैं। बालक के पिता अपने पुत्र को विद्या ध्यानार्थ आचार्य के समीप ले जाय, यही उपनयन का अर्थ है। बालक में वह योग्यता आ जाय, इसलिए विशेष विशेष कर्म द्वारा उसे संस्कृत […]
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