एनआईआई ब्यूरो
गोरखपुर। आज़ादी का अमृत महोत्सव” एवं “हर घर तिरंगा” कार्यक्रम के तहत शनिवार 13 अगस्त को उर्दू विभाग की ओर से “जंगे आजादी और उर्दू साहित्य” के विषय पर एक व्याख्यान माला का आयोजन किया गया। महिला महाविद्यालय अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर सरवर साजिद ने बतौर मुख्य वक्ता अपने खयालात का इजहार किया। उन्होंने ने आज़ादी की लड़ाई के संदर्भ में ऊर्दू कवियों, कथाकारों और उर्दू पत्रकारिता के योगदान पर विस्तार पूर्वक प्रकाश डाला।
उन्होंने बताया कि उर्दू साहित्यकारों ने अपनी रचनाओं के माध्यम से आज़ादी के वीर सपूतों और मतवालों के दिलों में सच्चा जज़्बा और चिंगारी पैदा किया। इंकलाब जिंदाबाद जैसा नारा आज भी हमारा लहू गर्माता है। प्रो मोहम्मद रज़ीउर रहमान ने इस कार्यक्रम की अहमियत पर रोशनी डालते हुए मुख्य वक्ता का परिचय पेश किया। कार्यक्रम का संचालन विभाग के सहायक आचार्य डॉ महबूब हसन ने किया और शुक्रिये की रस्म डॉ साजिद हुसैन अंसारी ने अदा की। इस आयोजन में बड़ी संख्या में शोधार्थी और छात्र छात्राओं ने भाग लिया।