दिनांक: 11/10/2022
- गोरखपुर विश्वविद्यालय ने शुरू किया टेली-डिजिटल हेल्थकेयर पायलट प्रोग्राम
एनआईआई ब्यूरो
गोरखपुर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विजन ‘सबका स्वास्थ्य, सबका विकास’ अन्तर्गत टाइफैक के सहयोग से टेली-डिजिटल स्वास्थ्य देखरेख प्रायोगिक कार्यक्रम (हेल्थकेयर पायलट प्रोग्राम) दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय के तत्वावधान में आज दिनाकं 11 अक्टूबर 2022 को जनपद गोरखपुर के गाँव बड़ाहरा में संपन्न हुआ। इसके तहत कुल 50 ग्रामीणों का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया। जिसमे बीपी, शुगर, कोलेस्ट्रॉल, लिपिड प्रोफाइल, ईसीजी, फीटल डॉपलर आदि का परीक्षण हुआ।
इस परियोजना को डीडीयू गोरखपुर विश्वविद्यालय, बीएचयू वाराणसी और एनआईटी, मणिपुर के सहयोग से संचालित किया जा रहा है। देश के तीन जिलों उत्तरप्रदेश में गोरखपुर, वाराणसी और मणिपुर में कामजोंग में शुरू होने वाली इस परियोजना के प्रारंभिक चरण में 60,000 रोग ग्रसित व्यक्ति शामिल होगें।
ध्यातव्य है कि इस पायलट प्रोग्राम को पहली बार 15 दिसंबर, 2021 को गोरखपुर में यूपी की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल द्वारा और 30 दिसंबर, 2021 को केंद्रीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह द्वारा वाराणसी में लॉन्च किया गया था। परियोजना का उद्देश्य रोगियों की जांच, स्वास्थ्य डेटा रिकॉर्ड को ई-संजीवनी के माध्यम से स्थानांतरित करना तथा क्लाउड पर स्वास्थ्य डेटा प्रदान करना है। परियोजना में इलेक्ट्रोकार्डियोग्राफिक परीक्षा (हृदय जांच), हृदय गति, रक्तचाप, शरीर का तापमान, रक्त ऑक्सीजन, लिपिड प्रोफाइल, हीमोग्लोबिन और मातृ शिशु देखभाल शामिल हैं। यह इलेक्ट्रॉनिक स्वास्थ्य रिकॉर्ड (ईएचआर) भी तैयार करेगा।
प्रोजेक्ट के समन्वयक प्रो. विनय कुमार सिंह ने बताया कि यह प्रोजेक्ट माननीय कुलपति प्रो. राजेश सिंह के मार्गदर्शन में संचालित हो रहा है, जिसमें सीडैक मोहाली से डॉ. मधु भाटिया, हेल्थ क्यूब मुंबई से डॉ. ईशानी सक्सेना डीएसटी नई दिल्ली से डॉ. मुक्ति प्रसाद
शामिल हैं। इस परियोजना से सुदूर क्षेत्रों की वंचित महिलाओं और बच्चों को गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराई जा सकेंगी l
प्रोजेक्ट में साक्षी सिंह एवं सूर्य प्रताप शर्मा गोरखपुर विश्वविद्यालय की तरफ से बतौर हेल्थ वर्कर शामिल हैं। गोरखपुर विश्वविद्यालय रोवर्स रेंजर्स से आदर्श मिश्रा, कृतार्थ मिश्रा, आदित्यनाथ शर्मा, दिवाकर यादव तथा गाँव में शिविर आयोजन के लिए श्री संतोष प्रजापति एवं श्री अविनाश प्रजापति का अभूतपूर्व सहयोग रहा।