एनआईआई ब्यूरो
गोरखपुर। कैसे पाएं गेहूं की बेहतर पैदावार मौसम की मार से बेहाल किसान गेहूं की बेहतर पैदावार के लिए चिंतित है। उनकी यह चिंता स्वाभाविक है क्योंकि गेहूं की अच्छी पैदावार उनकी आर्थिक स्थिति को बेहतर करने के लिए अति आवश्यक है बाजार में भी गेहूं की अच्छी मांग व भाव अधिक लाभ का संकेत दे रहा है सरकार पहले ही न्यूनतम समर्थन मूल्य 100 बढ़ा चुकी है आचार्य नरेंद्र देव कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय कुमारगंज अयोध्या द्वारा संचालित कृषि विज्ञान केंद्र बेलीपार गोरखपुर के वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं अध्यक्ष डॉ एस के तोमर के अनुसार यदि किसान भाई कुछ उपायों पर अमल करें तो किसान भाई गेहूं की अधिक पैदावार प्राप्त कर सकते हैं जिसमें बिना पैसे वाला उपाय है गेहूं की अगेती बुवाई। विगत 5 वर्षों से बुवाई के ऊपर किए गए अनुसंधान में पाया गया है कि अगर किसान भाई गेहूं की बुवाई नवंबर के प्रथम पखवाड़े में करता है।
यानी 1 नवंबर से 15 नवंबर के बीच करता है तो पैदावार में चार से पांच कुंतल प्रति हेक्टेयर की बढ़ोतरी होती है और इसमें कोई पैसा भी नहीं लगता है अतः जिन किसान भाइयों के खेत तैयार हैं वह तुरंत गेहूं की बुवाई करें जिन किसान भाइयों के धान की कटाई हुई है वह इसी नमी पर जीरो , टिल तकनीक, सुपर सीडर या हैप्पी सीडर का प्रयोग कर बिना खेत की तैयारी किए बुवाई कर सकते हैं इससे खेत की तैयारी में लगने वाले समय की बचत होती है कुछ समस्या किसान भाइयों के सामने कंबाइन कटाई में पुआल के ढेर लगाने से मशीन द्वारा बुवाई करने में समस्या आती है अतः ऐसे किसान भाई अपने खेत में पहले मल्चर मशीन का प्रयोग कर फिर जीरो टिल मशीन , हैप्पी सीडर या सुपर सीडर से बुवाई करें तो उनकी यह पराली खाद बनकर फसल के काम आएगा और आपको पराली जलाने की समस्या से निजात मिलेगी तथा जनपद में आप एक मिसाल बन कर उभरेंगे।
इन प्रजातियों का करें चयन
अच्छी पैदावार के लिए गेहूं की उन्नत प्रजातियों का चयन करें जिसमें प्रमुख रुप से एचडी 3226 डई बी डब्ल्यू 187, डई बी डब्ल्यू 252 डई बी डब्ल्यू 222 तथा एचडी 2967 । इन प्रजातियों की अच्छी पैदावार के लिए किसान भाई सुपर सीडर से बुवाई करें तथा बुवाई से पहले खेत में 45 किलोग्राम यूरिया प्रति एकड़ की दर से बिखेर दें और फिर सुपर सीडर में 50 किलोग्राम डाई तथा 40 किलोग्राम पोटाश डालकर प्रति एकड़ की दर से बुवाई करें। प्रति एकड़ 40 किलोग्राम बीज जिसमें 85% अंकुरण क्षमता हो की बुवाई करें । बुवाई से पूर्व बीज को बाविष्टिन नाम की दवा 2.5 ग्राम / किलोग्रामसे शोधित करें । गेहूं की फसल में पूरी फसल के दौरान कुल 110 किलोग्राम यूरिया देना होता है इस यूरिया को तीन बार में पहली सिंचाई के बाद दूसरी सिंचाई के बाद वह बाली निकलने के पहले खेत में दें किसी भी दशा में किसान भाई पराली न जलाएं यह आपके,आपकी जमीन व देश हित में है अगर इस संबंध में कोई जानकारी चाहिए तो कृषि विज्ञान केंद्र बेलीपार गोरखपुर के अध्यक्ष डॉ एसके तोमर के फोन नंबर 6393 391301पर संपर्क करें । किसान भाई मल्टी क्रॉप प्लांटर मशीन लिए हैं वह उससे सरसों चना और मसूर की बुवाई कर उत्पादन को बढ़ा सकते हैं गांव इस्माइलपुर विकासखंड पिपराइच के किसान रवि ने आज फोन पर इस मशीन से बुवाई की जानकारी ली है सभी किसान भाई उनसे सहायता ले सकते हैं।