एनआईआई ब्यूरो
गोरखपुर। राष्ट्रीय सेवा योजना, दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय, गोरखपुर आवासीय परिसर में ‘‘बाल दिवस’’ कार्यक्रम में भाषण प्रतियोगिता का आयोजन आज दिनांक 14 नवम्बर, 2022 को राष्ट्रीय सेवा योजना कार्यालय पर किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डॉ0 सुशील कुमार, सहायक आचार्य, प्राणि विज्ञान, दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय, गोरखपुर रहे। कार्यक्रम समन्वयक डॉ0 जितेन्द्र कुमार ने बैज लगाकर अपने अतिथि का स्वागत किया। मुख्य अतिथि डॉ0 सुशील कुमार ने कहा कि पं0 जवाहर लाल नेहरू का जन्म 14 नवम्बर, 1889 ई0 को इलाहाबाद में हुआ जो बाल दिवस के रूप में मनाया जाता है। वे भारत के प्रथम प्रधानमंत्री थे। नेहरू जी को बच्चों से बहुत प्रेम था बच्चे उन्हें चाचा नेहरू भी कहते थे।
नेहरू जी बच्चों को भारत का भविष्य मानते थे उनके मन में बच्चों के लिए अपार प्यार और सम्मान था। डॉ0 जितेन्द्र कुमार, कार्यक्रम समन्वयक ने बाल दिवस पर विस्तार पूर्वक व्याख्यान देते हुए कहा कि पं0 जवाहर लाल नेहरू जी स्वतन्त्रता के पश्चात् भारतीय राजनीति में केन्द्रीय व्यक्तित्व थे। महात्मागांधी के संरक्षण में वे भारत स्वतन्त्रता आन्दोलन के सर्वोच्च नेता के रूप में उभरे और 1947 में देश के प्रथम प्रधानमंत्री बने। वे आधुनिक भारत को एक राष्ट्रवाद के रूप में उभरते सम्प्रभु समाजवादी, धर्मनिरपेक्ष और लोकतान्त्रिक गणतन्त्र के वास्तुकार माने जाते थे। कार्यक्रम में बन्दना, मनमोहन, शाहिल, कमलेश यादव, अनामिका, वैष्णवी यादव, मीना मौर्य आदि स्वयंसेवकों/स्वयंसेविकाओं ने प्रतिभाग किया। अन्त में कार्यक्रम समन्वयक डॉ0 जितेन्द्र कुमार सभी अतिथियों का धन्यवाद ज्ञापन किया तथा कार्यक्रम राष्ट्रगान के साथ सम्पन्न हुआ।