एनआईआई ब्यूरो
गोरखपुर। दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय के हिन्दी एवं आधुनिक भारतीय भाषा तथा पत्रकारिता विभाग द्वारा ‘मीडिया संवाद’ श्रृंखला के अंतर्गत ‘सामाजिक विकास में संप्रेषण की भूमिका’ विषय पर एक व्याख्यान का आयोजन किया गया। इस व्याख्यान में मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित काशी हिंदू विश्विद्यालय, वाराणसी के जनसंपर्क अधिकारी डॉ. राजेश सिंह ने विभाग में पत्रकारिता परिषद् के गठन की सराहना की। उन्होंने अपने विस्तृत व्याख्यान में पत्रकारिता संबंधी अनुभवों को साझा करते हुए कहा कि इसी पत्रकारिता ने उन्हें एशिया के सबसे बड़े आवासीय विश्वविद्याल का जनसंपर्क अधिकारी बनाया है। उन्होंने सोशल मीडिया के विनियमन की आवश्यकता पर भी बल दिया। विभाग के वरिष्ठतम आचार्य प्रो. अनिल राय ने अपने संबोधन में पत्रकारिता परिषद् से भविष्य में भी इस प्रकार के अकादमिक आयोजनों की उम्मीद जताई। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए हिंदी विभाग के अध्यक्ष प्रो. दीपक प्रकाश त्यागी ने कहा कि मीडिया का क्षेत्र बेहद ही चुनौतियों से भरा हुआ है।
प्रो. त्यागी ने पत्रकारिता पाठ्यक्रम की भविष्य की योजनाओं पर भी प्रकाश डाला। इसके पूर्व मुख्य अतिथि का स्वागत प्रो. त्यागी ने उत्तरीय प्रदान कर एवं परिषद् की अध्यक्ष आराधना पाठक ने पुष्प गुच्छ दे कर किया। इस अवसर पर नवगठित पत्रकारिता परिषद् के पदाधिकारियों का विभाग के ही छात्र-छात्राओं द्वारा माल्यार्पण कर अभिनन्दन किया गया। उल्लेखनीय है कि विभाग में पत्रकारिता परिषद् का पहली बार गठन किया गया है और भविष्य परिषद् के माध्यम से ही अकादमिक कार्यक्रम किये जाने की योजना है। पत्रकारिता पाठ्क्रम के समन्वयक प्रो. राजेश कुमार मल्ल ने स्वागत भाषण और विषय प्रवर्तन किया जबकि कार्यक्रम का संचालन सहायक समन्वयक डॉ. राम नरेश राम तथा आभार ज्ञापन अतिथि शिक्षक डॉ. रजनीश कुमार चतुर्वेदी ने किया। इस अवसर पर विभाग के प्रो. प्रत्यूष दूबे, डॉ. नरेन्द्र कुमार, डॉ. अखिल मिश्र, डॉ. अभिषेक शुक्ल, डॉ. संदीप कुमार यादव सहित विभाग के सभी छात्र-छात्राएं और हिंदी के शोध छात्र उपस्थित रहे।