एनआईआई ब्यूरो
गोरखपुर। दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो राजेश सिंह ने आज नवनिर्मित महायोगी श्री गुरु गोरक्षनाथ शोधपीठ भवन का निरीक्षण किया। कुलपति ने शोधपीठ को क्रियाशील बनाने के लिए निर्देशित करते हुए कहा कि शोधपीठ के नए भवन में कल से आठ रिसर्च एसोसिएट्स के साथ ओएसडी अपना कार्य प्रारंभ कर देंगे। इसके साथ ही कुलपति ने एक समिति का गठन किया है जो एक सप्ताह के अंदर कार्यदायी संस्था से नए भवन का हस्तांतरण सुनिश्चित करेगी। कुलपति ने शोधपीठ के ओएसडी प्रो रविशंकर सिंह निर्देशित किया कि नए भवन में बचे हुए कार्यो को एक सप्ताह के अंदर पूरा करवाये तथा नवनिर्मत भवन के हस्तांतरण की प्रक्रिया पूरी करें।
नैक मूल्यांकन की तैयारियों के निरीक्षण के क्रम में कुलपति ने शिक्षा संकाय का भी निरीक्षण किया।
कुलपति ने संकाय प्रमुख प्रो शोभा गौड़ की सराहना करते हुए बचे हुए मरम्मत कार्यों को जल्द से पूरा करने के लिए निर्देशित भी किया। शिक्षा संकाय परिसर में स्थित व्यवसाय प्रशासन भवन जिसमे वर्तमान में बीए एलएलबी प्रोग्राम का संचालन हो रहा है का भी निरीक्षण किया। कुलपति ने व्यवसाय प्रशासन भवन मे वर्षों से अनुपयुक्त पड़े फर्नीचर पर नाराजगी जताई तथा इसकी जांच के लिए एक समिति को गठित करने के लिए कुलसचिव को निर्देशित किया। परिसर के एक हिस्से में कब्जा किये हुए एक कॉन्टैक्टर से किराया वसूल करने तथा जल्द से जल्द स्थान को खाली करने के लिए कानूनी कार्यवाही करने के लिए कुलसचिव को निर्देशित किया। इसके साथ ही शिक्षा संकाय भवन के पीछे की तरफ अवैध कब्जा की हुई जमीन के बारे में भी संपत्ति अधिकारी से जानकारी हासिल की तथा इसे वापस लेने के लिए कानूनी कार्यवाही का भी आदेश दिया।