- ग्रॉस इनरोलमेंट अनुपात बढ़ाने में होगा मददगार
एनआईआई ब्यूरो
गोरखपुर। नैक मूल्यांकन में ए प्लस प्लस ग्रेड प्राप्त करने के बाद दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय डिस्टेंस लर्निंग सेंटर की स्थापना करने की योजना बना रहा है। कुलपति प्रोफेसर राजेश सिंह ने कहा कि डिस्टेंस लर्निंग यूजीसी का प्रमुख प्लेटफार्म होता है। यह ग्रॉस इनरोलमेंट अनुपात बढ़ाने में मददगार साबित होगा। मानकों के अनुसार यूजीसी ए प्लस ग्रेड पाने वाली प्राइवेट यूनिवर्सिटी तथा ए ग्रेड पाने वाली पब्लिक सेक्टर यूनिवर्सिटी को डिस्टेंस लर्निंग सेंटर शुरू की मान्यता प्रदान करता है। कुलपति ने कहा कि विश्वविद्यालय अपने बहुत सारे प्रोग्राम और कोर्सेज डिस्टेंस लर्निंग के माध्यम से गोरखपुर एवं आसपास के विद्यार्थियों को ऑफर करेंगा। वर्तमान में उत्तर प्रदेश का ग्रॉस इनरोलमेंट अनुपात 24 प्रतिशत है। इसको नई शिक्षा नीति के अनुसार बढ़ाकर 50 प्रतिशत करना है। डिस्टेंस लर्निंग सेंटर इसमें मददगार साबित होगा। वर्तमान में गोरखपुर विश्वविद्यालय में रेगुलर तथा सेल्फ फाइनेंसिंग कोर्सेज के तहत प्रत्येक साल करीब 6000 विद्यार्थी प्रवेश लेते हैं तथा महाविद्यालयों में करीब 1,80,000 सीटें हैं जिसमें केवल आधी ही भर पाती हैं। डिस्टेंस लर्निंग का माध्यम प्राप्त होने के बाद गोरखपुर विश्वविद्यालय में करीब 12,000 विद्यार्थी प्रवेश ले सकेंगे तथा महाविद्यालयों में भी इनरोलमेंट बढ़ कर 1,90,000 के आसपास हो जाएगा। बता दे कि वर्तमान में पूर्वांचल में डिस्टेंस लर्निंग का कोई सेंटर उपलब्ध नहीं है।