एनआईआई ब्यूरो
गोरखपुर। नीति आयोग ने डीडीयू गोरखपुर विश्वविद्यालय की कुलपति प्रोफेसर पूनम टंडन को ‘राज्य विश्वविद्यालयों के माध्यम से गुणवत्तापूर्ण उच्च शिक्षा का विस्तार’ विषय पर एक दिवसीय सम्मेलन में अपने विचार प्रस्तुत करने के लिए आमंत्रित किया है।
नीति आयोग गुरुवार, 2 नवंबर को नई दिल्ली में देश भर के प्रमुख राज्य विश्वविद्यालयों के कुलपतिगणों का एक दिवसीय सम्मेलन आयोजित कर रहा है। सम्मेलन में भारत सरकार के नियामक और नीति संस्थानों के प्रमुख भी उपस्थित रहेंगे। कॉन्फ्रेंस के पहले सत्र में प्रोफेसर पूनम टंडन ‘राज्य विश्वविद्यालयों में उच्च शिक्षा और शोध की गुणवत्ता में सुधार’ विषय पर अपने विचार रखेंगी।
एक अग्रणी राज्य विश्वविद्यालय के कुलपति के रूप में, प्रोफेसर टंडन इस कॉन्फ्रेंस में राज्य विश्वविद्यालयों में गुणवत्तापूर्ण उच्च शिक्षा सुनिश्चित करने के अनुभवों, चुनौतियों और समाधान तथा नवाचारों की एक संक्षिप्त प्रस्तुति देंगीं। दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय आजादी के बाद उत्तर प्रदेश में स्थापित होने वाला पहला राज्य विश्वविद्यालय है और वर्तमान में मुख्य परिसर में लगभग 13000 छात्रों और संबद्ध कॉलेजों में लगभग 2 लाख छात्रों को शिक्षा प्रदान कर रहा है।