एनआईआई ब्यूरो
गोरखपुर। आज अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद गोरखपुर महानगर द्वारा NCC कैडेट विद्यार्थियों के मध्य भारत के द्वारा G-20 की अध्यक्षता का महत्व एवं प्रभाव विषय परिचर्चा कार्यक्रम दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय के संवाद भवन में आयोजित किया गया। इस परिचर्चा को संबोधित करते हुए दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय के राजनीति शास्त्र विभाग में सहायक आचार्य डॉ. महेंद्र कुमार सिंह ने कहा कि विश्व मंच पर भारत का क्षण वास्तव में आ गया है। भारत ने विश्व मंच कमान संभाल ली है। आज भारत G-20 की अध्यक्षता कर रहा है, भारत अपनी जिम्मेदारी का बखूबी निर्वहन कर रहा।
भारत पहली बार दुनिया का एजेंडा तय करेगा। समूचा विश्व भारत की तरफ आशा भरी निगाहों से देख रहा है। वसुधैव कुटुम्बकम् के मंत्र को भारत साकार कर रहा है। भारत ने साफ किया है कि संवाद के साथ हमें मानवता के लिए आगे आकर वैश्विक समस्याओं का समाधान करना होगा। भारत ने कहा है कि वह विकासशील दक्षिणी देशों की आवाज बनेगा। G20 का गठन वर्ष 1999 के दशक के अंत के वित्तीय संकट की पृष्ठभूमि में किया गया था जिसने विशेष रूप से पूर्वी एशिया और दक्षिण-पूर्व एशिया को प्रभावित किया था।
इसका उद्देश्य मध्यम आय वाले देशों को शामिल करके वैश्विक वित्तीय स्थिरता को सुरक्षित करना है। एबीवीपी गोरक्ष प्रांत मंत्री सौरभ गौंड ने कहा कि भारत के द्वारा G-20 की अध्यक्षता का महत्व एवं प्रभाव विषय पर पूरे देश भर में परिचर्चा कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। कार्यक्रम का आभार ज्ञापन एबीवीपी गोरखपुर महानगर अध्यक्ष डॉ. अनुपम सिंह ने किया। इस अवसर पर एबीवीपी गोरक्ष प्रांत सहमंत्री हर्षवर्धन सिंह, अभिनव सिंह, प्रियंका, शाम्भवि त्रिपाठी, संजीव त्रिपाठी, प्रभात राय, ऋषभ सिंह सहित इत्यादि कार्यकर्ता उपस्थित रहे।