एनआईआई ब्यूरो
गोरखपुर। दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय के गणित एवं सांख्यिकी विभाग तथा मालवीय मिशन टीचर ट्रेनिंग सेंटर के संयुक्त तत्वाधान में गणित में आठवां पुनश्चर्या पाठ्यक्रम 2023 का उद्घाटन आज दिनांक 8.12.2023 को प्रातः 11:00 बजे ऑनलाइन मोड में हुआ, जिसमें विशिष्ट अतिथि अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के प्रोफेसर जफर अहसन का स्वागत मालवीय मिशन टीचर ट्रेनिंग सेंटर की निदेशिका प्रोफेसर सुनीता मुर्मू एवं सभी प्रतिभागियों एवं अतिथियों का स्वागत विभाग अध्यक्ष प्रोफेसर विजय कुमार ने किया।
कार्यक्रम का संचालन पूर्व विभागाध्यक्ष प्रोफेसर सुधीर कुमार श्रीवास्तव ने किया।पुनश्चर्या कार्यक्रम के पाठ्यक्रम समन्वय प्रोफेसर विजय शंकर वर्मा ने देश के प्रतिष्ठित आईआईटी संस्थानों के साथ-साथ प्रतिष्ठित विश्वविद्यालयो के विषय-विशेषज्ञों को पुनश्चर्या कार्यक्रम में जोड़ने की बात कही। साथ ही यह भी बताया कि भारत के 18 प्रदेशों के विषय विशेषज्ञों के साथ-साथ अन्य देशों जैसे – सर्बिया, ओमान, दुबई, रोमानिया, यू.एस. ए. ,ईरान एवं नेपाल के विषय विशेषज्ञ भी प्रतिभागियों का ज्ञानवर्धन करेंगे।
कार्यक्रम में सर्बिया के विषय विशेषज्ञ एवं मुख्य अतिथि ने ईमेल के माध्यम से बताया कि भारत अकादमिक गतिविधियों मामलों में संपन्नता एवं प्रखरता रखता है और वहां के आचार्य एवं विद्यार्थियों ने ज्ञान के विभिन्न क्षेत्रों में अपना योगदान निभाया है। उन्होंने यह भी बताया कि भारतीय आचार्य विद्यार्थियों के मस्तिष्क को आकार देने एवं अधिगम विद्वता एवं शोध में केंद्रीय भूमिका निभाते हैं। इसके साथ ही भारतीय विद्यार्थी सीखने के लिए उत्सुक रहने के साथ-साथ विभिन्न क्षेत्रों में अपनी योग्यता को प्रमाणित करने में तत्पर रहता है उन्होंने अभी बताया कि पुनश्चर्या कार्यक्रम प्रतिभागियों को सामूहिक अधिगम एवं विद्वता, विचारों के आदान-प्रदान एवं गणित में नई विधाओं के विकास में भूमिका निभाने का कार्य करता है।
कार्यक्रम में अकादमी अभिभावक प्रोफेसर जफर अहसन ने प्रतिभागियों को अधिगम हेतु प्रेरित करने के साथ-साथ आशीर्वाद प्रदान किया जिससे वह अपने-अपने संस्थानों में इस ट्रेनिंग से प्राप्त अधिगम का उपयोग विद्यार्थियों एवं संस्थान के विकास में कर सकें।
कार्यक्रम के पहले दिन के दूसरे सत्र में विभागाअध्यक्ष प्रोफेसर विजय कुमार ने आधुनिक युग में गणितीय विज्ञान के योगदान के बारे में बताया। राष्ट्रीय शिक्षा नीति में भी इसको जोड़े जाने की बात बताई। विज्ञान के तीन स्तंभ सिद्धांत, प्रयोग तथा वैज्ञानिक गणना के बारे में विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने मशीन लर्निंग के मुख्य घटकों का उल्लेख करने के साथ-साथ विभिन्न गणितीय तथा सांख्यिकी सॉफ्टवेयर जैसे R, पाइथन, MATLAB तथा जावा के बारे में भी उन्होंने विस्तृत चर्चा किया।
कार्यक्रम के तीसरे सत्र में पंजाबी विश्वविद्यालय पटियाला के प्रोफेसर राकेश कुमार ने ज्यामितीय वक्रों और सतहों के बारे में विस्तृत व्याख्यान दिया। उन्होंने समानांतर अवधारणा वाले लोकस और यूक्लीडियन अभिग्रहित को भी परिभाषित किया। उन्होंने आगे गोलाकार ज्यामिति और अतिपरवलयिक ज्यामिति के बारे में भी प्रकाश डाला। प्रो. राकेश कुमार द्वारा अंतरिक्ष में वक्रों और उसके व्युत्पन्नों के बारे में विस्तृत चर्चा की। उन्होंने अपने व्याख्यान में सामान्य खंड, गॉसियन वक्रता, शासित सतह आदि के बारे में भी प्रकाश डाला। कार्यक्रम के चौथे सत्र में दिल्ली विश्वविद्यालय के प्रोफेसर तरुण दास ने अपने वक्तव्य में टोरस तथा तोरल ऑटोमोरफ़िज्म पर विस्तार से चर्चा किया।