धर्म
छठ पर्व पर विशेष : जाने छठ व्रत मानने के नियम और परंपराएं
आचार्य पंडित शरद चंद्र मिश्र अध्यक्ष – रीलीजीयस स्कॉलर्स वेलफेयर सोसायटी सूर्य षष्ठी व्रत वर्ष में दो बार किया जाता है, हलांकि इसकी कार्तिक मास में ज्यादा प्रचलन है। एक चैत्र मास में दूसरा कार्तिक मास में। चैत्र शुक्ल षष्ठी पर मनाए जाने वाले षष्ठी पर्व को चैती छठ एवं कार्तिक शुक्ल षष्ठी पर मनाए […]
Read Moreपितृ पक्ष पर विशेष : पितरों की कृपा प्राप्ति का साधन है श्राद्ध
आश्विन मास के कृष्ण पक्ष के पन्द्रह दिन ” पितृपक्ष” के नाम से विख्यात है।इन पन्द्रह दिनों में सनातनी हिन्दू अपने पितरों को जल देते है तथा उनकी मृत्यु तिथि पर श्राद्ध करते हैं। पितरों का ऋण श्राद्ध द्वारा चुकाया जाता है। पितृपक्ष श्राद्धों के लिए पन्द्रह तिथियों का एक समूह है। इस पक्ष में […]
Read More11 अगस्त पड़ने वाला भद्रा रक्षाबंधन के लिए शुभ
कुछ विद्वान 11 तारीख़ को पड़ने वाली भद्रा को अशुभ मानते हैं। उनका मानना है उस दिन पड़ने वाली पाताल की भद्रा का कोई शास्त्र सम्मत उल्लेख नहीं,,, तो आइए… शास्त्र सम्मत समझें भद्रा को, ताकि कोई संशय ना हो… धर्मसिंधु में स्पष्ट उल्लेख है जीभद्रायां द्वे न कर्तव्यम् श्रावणी फाल्गुनी वा। श्रावणी नृपतिं हन्ति,ग्रामों […]
Read Moreरक्षाबंधन 11 अगस्त और 12 अगस्त दोनो दिन
राखी 11 अगस्त को भद्रा समाप्त होने के बाद (8 बजकर 25 मिनट शाम के बाद) और 12 अगस्त को प्रातःकाल 7 बजकर 16 मिनट के पूर्व ही बांधी जाएगी। वाराणसी से प्रकाशित ऋषिकेश पंचांग के अनुसार 11 अगस्त को सूर्योदय 5:30 और चतुर्दशी तिथि का मान प्रातः काल 9:05 तक ,पश्चात पूर्णिमा तिथि है। […]
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